21 जून से मासिक परीक्षा, नहीं मिली पुस्तकें
शैक्षणिक वातावरण तैयार करने के लिए निरीक्षण दर निरीक्षण की प्रक्रिया जारी है, लेकिन नामांकित छात्र-छात्राओं को अब तक पुस्तक उपलब्ध नहीं कराने के कारण पठन-पाठन पर इसका असर पड़ रहा है. न
समस्तीपुर : शैक्षणिक वातावरण तैयार करने के लिए निरीक्षण दर निरीक्षण की प्रक्रिया जारी है, लेकिन नामांकित छात्र-छात्राओं को अब तक पुस्तक उपलब्ध नहीं कराने के कारण पठन-पाठन पर इसका असर पड़ रहा है. नये सत्र शुरू हुए करीब ढाई महीने बीत चुके हैं, पर सरकारी स्कूलों में एक सप्ताह भी ठीक से कक्षाएं नहीं चली हैं. दूसरी ओर जिले के सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत नौंवी से 12वीं तक के छात्रों को पुस्तकें भी नहीं मिली हैं. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 9वीं, 10वीं और 12वीं के बच्चों की मासिक परीक्षा की तिथि जारी कर दी है. जारी शिड्यूल के अनुसार 21 जून से मासिक परीक्षा शुरू होगी. बता दें कि सरकारी स्कूलों में एक अप्रैल से नये सत्र की शुरुआत हुई थी. करीब 15 दिन कक्षाएं संचालित होने के बाद 15 अप्रैल से 15 मई तक गर्मी की छुट्टी को लेकर स्कूल बंद रहा. 16 मई को स्कूल खुलने के कुछ दिन बाद ही भीषण गर्मी को लेकर फिर से स्कूल बंद कर दिया गया जो विगत सोमवार तक बंद था. इधर, परीक्षा समिति ने कहा है कि राज्य के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो इसके लिए यह परीक्षा आवश्यक है, ताकि विद्यार्थियों का सतत मूल्यांकन हो सके. अभिभावकों ने अब शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठया है कि वे बिना परीक्षा विद्यार्थियों के शिक्षा स्तर का कैसे मूल्यांकन करेंगे. किताबों के आने से पहले ही मूल्यांकन परीक्षाएं शुरू होने से विद्यार्थी चिंतित हैं, क्योंकि उन्हें बिना तैयारी किये मूल्यांकन परीक्षाएं देनी होंगी. विद्यार्थियों का बौद्धिक स्तर जानने के लिए मूल्यांकन परीक्षाएं आयोजित होती है. वहीं छात्रों का कहना है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने परीक्षा का कैलेंडर जारी कर तो दिया है लेकिन विद्यालय संचालन व पाठ्यक्रम से संबंधित जानकारी नहीं ले रही है. इससे छात्र-छात्राएं प्रभावित हो रही है. बोर्ड को सभी विद्यालय से सिलेबस की स्थिति की जानकारी लेकर मासिक परीक्षा का शेड्यूल जारी करना चाहिए.
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