मोहिउद्दीननगर में लगाये जायेंगे 34000 से अधिक पौधे
राज्य सरकार पर्यावरण असंतुलन व प्राकृतिक संसाधनों के निरंतर हो रहे क्षरण से चिंतित हैं. सरकार का लक्ष्य जल जीवन हरियाली मिशन के माध्यम से बिहार को हरित, सुंदर, स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने की है.
मोहिउद्दीननगर : राज्य सरकार पर्यावरण असंतुलन व प्राकृतिक संसाधनों के निरंतर हो रहे क्षरण से चिंतित हैं. सरकार का लक्ष्य जल जीवन हरियाली मिशन के माध्यम से बिहार को हरित, सुंदर, स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने की है. ताकि वनीकरण व जलसंसाधन का समुचित प्रबंधन हो सके. इसे लेकर प्रखंड क्षेत्र में मनरेगा से वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में 34000 से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. पौधरोपण का कार्य जुलाई महीने के प्रथम सप्ताह से किया जायेगा. इसे लेकर प्रत्येक पंचायत में कार्यरत रोजगार सेवक को जिम्मेवारी सौंपी गई है. प्रखंड के कुल 17 पंचायतों में अभियान को गति देने के कार्ययोजना तैयार की गई है. प्रति पंचायत 11 यूनिट पौधे सरकारी व निजी भूमि पर लगाये जायेंगे. विभागीय अधिकारी व कर्मी बारिश के आगमन की प्रतीक्षा कर रहे हैं. जल जीवन हरियाली मिशन के तहत लगाये जाने वाले पौधे व अनुरक्षण पर अगले पांच वर्षों तक होने वाले खर्च का भुगतान मनरेगा की ओर से किये जाने का प्रावधान है. वहीं, प्रति यूनिट मुफ्त पौधे की उपलब्धता व उसके पांच वर्षों तक मेंटेनेंस को लेकर प्रति वर्ष 100 दिनों की मजदूरी की राशि मनरेगा की ओर से देय होगी. साथ ही, इस बार अभिनव प्रयोग के तहत पंचायतों के जनप्रतिनिधियों, शिक्षाविदों व सामाजिक कार्यकर्ताओं के सहयोग से पौधे के अनुरक्षण के लिए दर्जनों स्वयंसेवक वृक्ष मित्रों ने स्वेच्छा से अपनी जिम्मेदारी निर्वहन की बात कही है.
कहते हैं कार्यक्रम पदाधिकारी
मनरेगा उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है, जो जल संरक्षण व वनीकरण गतिविधियों में लगे ग्रामीण क्षेत्र में व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करता है. मनरेगा और जल जीवन हरियाली अभियान को आगे बढ़ाने के बीच सह क्रियात्मक संबंध है.
मनोज कुमार,कार्यक्रम पदाधिकारी, मोहिउद्दीननगरडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है