शाहपुर पटोरी/मोहीउद्दीननगर/मोहनपुर : मोहिउद्दीननगर विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में सोमवार को संपन्न चुनाव में पौ फटते ही मतदान करने के लिए खासकर महिलाओं में वोट डालने के प्रति उत्साह व उमंग परवान चढ़ा. जब प्रभात खबर की टीम घरों के करीब से गुजरी तो एक सास अपने बहू से कह रही थी कि हे कनिया खाना बनाईल त भोट गिरावे जइहअ. बहू ने विनम्रतापूर्वक बोली माई जी पहले हम भोट गिरबई, त खाना पकबई. ई मौका पांच साल पर अबई छैई. हमारा साथ अहू भी चलू और दोनों गोटा मिलकर भोट गिरा लेबई. तब कामधाम होईत रहतई. विधानसभा के कई मतदान केंद्रों पर निर्धारित समय में मतदान प्रारंभ होने के साथ सुबह 10:00 बजे तक पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की लंबी-लंबी कतारें देखी गई. इन मतदान केन्द्रों पर हर घंटे के बाद मतदान की प्रतिशत बढ़ता गया.
बुजुर्गों में भी दिखा उत्साह
कुछ मतदान केंद्रों पर इवीएम में आयी तकनीकी खराबी
विधानसभा क्षेत्र में सोमवार की सुबह मोहनपुर में मतदान संख्या 106 पर वीवी पैट मॉक पोल के समय ही खराब होने के कारण बदला गया. गंगा नदी के उस पार मतदान केन्द्र संख्या 82 पर पूरा इवीएम ही बदला गया. वहीं मतदान केन्द्र संख्या 121 पर खराब होने के कारण बदला गया. मतदान केंद्र संख्या 179 पर ईवीएम आयी तकनीकी समस्या को दूर करने के बाद करीब दस मिनट के बाद मतदान प्रारंभ किया गया.चुनाव आयोग के दिए गए निर्देश के आलोक में विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदान केन्द्रों पर अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई थी. पेट्रोलिंग पार्टी व चुनाव कराने में संलग्न प्रशासनिक अधिकारियों के तत्परता के कारण कमजोर वर्ग के मतदाताओं ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया. मोहिउद्दीननगर विधानसभा क्षेत्र में मतदान केन्द्रों की कूल संख्या 271 है. वहीं कुल मतदाताओं की संख्या 2,70458 है. जिसमें पुरुष मतदाता 1,42507 एवं महिला मतदाता 1,27948 है. थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 3 हैं. विधानसभा में पंचायतों की संख्या 37 हैं. जिनमें सर्वाधिक 17 पंचायत मोहिउद्दीननगर में, 11 पंचायत मोहनपुर में 9 पंचायत पटोरी प्रखंड में शामिल हैं. एसडीएम विकास पांडेय के अनुसार समाचार प्रेषण तक पूरे विधानसभा क्षेत्र के में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान की प्रक्रिया संचालित हुई. किसी भी अप्रिय घटना सूचना प्राप्त नहीं हुई है.दियरांचल में घुड़सवारों से चौकसी
विधानसभा क्षेत्र के कई पंचायतों की संबद्धता दियरांचल से होने के कारण चुनाव आयोग के दिए गए निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन ने घुड़सवारों एवं मोटर बोट से गश्ती एवं चौकसी की व्यवस्था की थी. बताया जाता है कि चुनाव के दिन पूर्व में गंगा के उस पार से आपराधिक चरित्र के लोग मतदान के लिए गंगा नदी में नाव का सहारा लेकर आसानी से दियरांचल में प्रवेश कर जाते थे और मतदान केंद्र को कब्जा कर मनचाहे उम्मीदवार के पक्ष में वोट डलवाते थे. जिला प्रशासन की सख्ती का आलम था कि मतदान प्रभावित करने वाले ऐसे कारक संपूर्ण दियरांचल में दूर-दूर तक नहीं दिखाई पड़े. मोहिउद्दीननगर विधानसभा की सीमाएं वैशाली, पटना, बेगूसराय जिला की सीमा को स्पर्श करती हैं. इसके लिए विभिन्न सीमा क्षेत्रों पर अर्द्ध सैनिक बलों एवं पुलिस बलों की तैनाती की गई थी. सीमा पार करने वाले लोगों की तलाशी भी ली जा रही थी.
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