माई जी पहले हम भोट गिरबई, त खाना पकबई
मोहिउद्दीननगर विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में सोमवार को संपन्न चुनाव में पौ फटते ही मतदान करने के लिए खासकर महिलाओं में वोट डालने के प्रति उत्साह व उमंग परवान चढ़ा.
शाहपुर पटोरी/मोहीउद्दीननगर/मोहनपुर : मोहिउद्दीननगर विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में सोमवार को संपन्न चुनाव में पौ फटते ही मतदान करने के लिए खासकर महिलाओं में वोट डालने के प्रति उत्साह व उमंग परवान चढ़ा. जब प्रभात खबर की टीम घरों के करीब से गुजरी तो एक सास अपने बहू से कह रही थी कि हे कनिया खाना बनाईल त भोट गिरावे जइहअ. बहू ने विनम्रतापूर्वक बोली माई जी पहले हम भोट गिरबई, त खाना पकबई. ई मौका पांच साल पर अबई छैई. हमारा साथ अहू भी चलू और दोनों गोटा मिलकर भोट गिरा लेबई. तब कामधाम होईत रहतई. विधानसभा के कई मतदान केंद्रों पर निर्धारित समय में मतदान प्रारंभ होने के साथ सुबह 10:00 बजे तक पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की लंबी-लंबी कतारें देखी गई. इन मतदान केन्द्रों पर हर घंटे के बाद मतदान की प्रतिशत बढ़ता गया.
बुजुर्गों में भी दिखा उत्साह
मतदान के दिन युवाओं, महिलाओं के साथ-साथ बुजुर्गों में भी मतदान के दिन उत्साह देखा गया. 101 वर्षीय पूर्व रेल ड्राइवर गया महतो ने बताया कि प्रथम आम चुनाव से वह मतदान करते आ रहे है और दूसरे को भी मतदान करने के लिए प्रेरित करते हैं. उन्होंने कहा कि हर बार चुनाव में वोट डालते हैं आज की राजनीतिक बदल चुकी है मुश्किल से प्रत्याशियों से मुलाकात होती है. पहले वाली बात अब नहीं रही. बूथ संख्या 179 पर डालने वाली चांदनी कुमारी उत्साह से लव मैरिज थी. पहली बार वोटर बनी चांदनी ने बताया कि विकास व राष्ट्रवाद के लिए मतदान किया है. अपने पुत्र के साथ पर बूथ संख्या 260 पर मतदान करने पहुंचे पूर्व एमएलसी राणा गंगेश्वर प्रसाद ने कहा कि सुबह होते ही स्नान-ध्यान करने के बाद मतदान केंद्र गया और लोकतंत्र की मजबूती के लिए वोट डाला. वहीं मतदान केंद्र संख्या 187 पर अपने परिजनों के साथ मतदान करने पहुंची पूर्व जिप अध्यक्ष प्रेमलता ने कहा कि विकास व देश की खुशहाली के लिए मतदान किया.कुछ मतदान केंद्रों पर इवीएम में आयी तकनीकी खराबी
दियरांचल में घुड़सवारों से चौकसी
विधानसभा क्षेत्र के कई पंचायतों की संबद्धता दियरांचल से होने के कारण चुनाव आयोग के दिए गए निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन ने घुड़सवारों एवं मोटर बोट से गश्ती एवं चौकसी की व्यवस्था की थी. बताया जाता है कि चुनाव के दिन पूर्व में गंगा के उस पार से आपराधिक चरित्र के लोग मतदान के लिए गंगा नदी में नाव का सहारा लेकर आसानी से दियरांचल में प्रवेश कर जाते थे और मतदान केंद्र को कब्जा कर मनचाहे उम्मीदवार के पक्ष में वोट डलवाते थे. जिला प्रशासन की सख्ती का आलम था कि मतदान प्रभावित करने वाले ऐसे कारक संपूर्ण दियरांचल में दूर-दूर तक नहीं दिखाई पड़े. मोहिउद्दीननगर विधानसभा की सीमाएं वैशाली, पटना, बेगूसराय जिला की सीमा को स्पर्श करती हैं. इसके लिए विभिन्न सीमा क्षेत्रों पर अर्द्ध सैनिक बलों एवं पुलिस बलों की तैनाती की गई थी. सीमा पार करने वाले लोगों की तलाशी भी ली जा रही थी.
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