प्रतिनिधि, मोरवा . तीन बच्चों की मां ने सारी जिम्मेवारियों से मुक्ति पाते हुए अपने आशिक का दामन थाम लिया. न तो परिवार की चिंता ही उसे वापस ला सकी और न ही बच्चों का प्यार उसके बहके कदम को लौट सका. घटना के बारे में बताया जाता है कि चकसिकंदर पंचायत की एक महिला की शादी जंदाहा थाना क्षेत्र के दुलौर गांव में हुई थी. उस महिला के तीन बच्चे हैं. पति उसका परदेस में रहकर मेहनत-मजदूरी करता है. इधर, महिला का संबंध इंद्रवारा के एक युवक से हो गया. कुछ दिनों तक लुकाछुपी का खेल चला. एक दिन दोनों घर से फरार हो गये. मामला दो महीने पहले का है. इस बाबत प्राथमिकी दर्ज कराई गई. पुलिस ने ढूंढते-ढूंढते दोनों को ढूंढ निकाला. कोर्ट में 164 के बयान के लिए प्रस्तुत किया गया. वहां पर तो महिला ने अपने बच्चे एवं पति के साथ रहने की रजामंदी जाहिर की. कोर्ट ने इसका आदेश भी दे दिया. लेकिन जैसे ही कोर्ट से बाहर कदम रखा आशिक की याद उसे फिर से आने लगी. उसने आशिक के साथ ही रहने की इच्छा जाहिर कर दी. इस बाबत गांव में पंचायत भी हुई. भरी पंचायत में महिला ने अपने पति के छोड़ आशिक के साथ ही रहने की इच्छा जाहिर की. इस बाबत महिला हलई थाना पहुंची. पूरे परिवार के लोग पहुंचे. पुलिस ने समझाबुझा कर कोर्ट के फैसले के अनुसार अपने पति एवं बच्चों के साथ जाने की सलाह दी लेकिन महिला अपने आशिक के साथ ही रहने की जिद पर अड़ी थी. पुलिस ने महिला के पिता को इसकी जानकारी देते हुए उसे सौंप दिया है.
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