Unified Pension Scheme: Samastipur News: Railway News:यूनिफाइड पेंशन स्कीम के विरोध में रेल कर्मियों का प्रदर्शन

ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन के जोनल संयुक्त सचिव रत्नेश वर्मा के नेतृत्व में रेलवे कर्मचारियों ने केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में लाए गए यूनिफाइड पेंशन स्कीम यूपीएस के विरोध में नारेबाजी की.

By Prabhat Khabar News Desk | August 31, 2024 10:45 PM

Unified Pension Scheme: Samastipur News: Railway News: ये है प्रमुख मांगें: रन ओवर में मृत कर्मी के परिवार को पचास लाख रुपये का मुआवजा देने, सभी रेलकर्मी को पचास लाख का बीमा-कवर देने, रेलवे निजीकरण को रोकने के लिए ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन, इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन और फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे अपने सहयोगी संगठनों के साथ मिलकर अब आंदोलन के अंतिम मुकाम पर

समस्तीपुर: ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन की ओर से स्थानीय रेलवे स्टेशन के पास प्रदर्शन किया गया. ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन के जोनल संयुक्त सचिव रत्नेश वर्मा के नेतृत्व में रेलवे कर्मचारियों ने केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में लाए गए यूनिफाइड पेंशन स्कीम यूपीएस के विरोध में नारेबाजी की. श्री वर्मा ने कहा कि जब यूपीएस में भी कर्मचारियों के वेतन से प्रत्येक माह पेंशन मद की कटौती की जायेगी, तो फिर इसे पुरानी पेंशन जैसा कहकर क्यों प्रचारित किया जा रहा है. ओपीएस में तो मासिक वेतन से पेंशन मद की कोई कटौती नहीं की जाती है. उन्होंने कहा कि यदि यूपीएस बहुत अच्छा है, तो ऑप्शन के रूप में क्यों रखा गया है. एक ऑप्शन पुरानी पेंशन का भी दिया जाये. उन्होंने आगे कहा कि जब केंद्र सरकार सीधे ओपीएस ही दे दे. विकल्प की बात हीं नहीं रहेगी. एनपीएस में सुधार के लिए जो कमेटी बनाई गई थी, उसकी रिपोर्ट को संसद में रखकर सार्वजनिक किया जाना चाहिए था. जो नहीं किया गया और आनन- फानन में यूपीएस की घोषणा कर दी गयी.

Unified Pension Scheme: Samastipur News: Railway News: सेफ्टी कार्य से जुड़े हुए कर्मियों को सेफ्टी किट देने, निजीकरण, आउटसोर्सिंग पर रोक लगाने की मांग

आगे उन्होंने रेल कर्मचारियों के विभिन्न मांगों, जिसमें ट्रैक पर कार्य करने वाले रेलकर्मी को रेलवे बोर्ड के आदेश के अनुसार अविलंब जीवन रक्षक यंत्र देने. रनिंग भत्ता को 30% से बढ़ाकर 55% करने, सिग्नल विभाग में लगातार हो रहे रन-ओवर को रोकने के लिए अविलंब नाइट फेलियर गैंग और आठ घंटा ड्यूटी-रोस्टर लागू करने, सेफ्टी कार्य से जुड़े हुए कर्मियों को सेफ्टी किट देने, निजीकरण, आउटसोर्सिंग पर रोक लगाने, ग्रेडेशन में सुधार करने, बोनस का भुगतान सातवें वेतन आयोग के आधार पर करने, खाली पदों को शीघ्र भर्ती करके भरने, सभी कर्मियों को रेलवे आवास उपलब्ध कराने, रन ओवर में मृत कर्मी के परिवार को पचास लाख रुपये का मुआवजा देने, सभी रेलकर्मी को पचास लाख का बीमा-कवर देने, रेलवे निजीकरण को रोकने के लिए ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन, इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन और फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे अपने सहयोगी संगठनों के साथ मिलकर अब आंदोलन के अंतिम मुकाम पर है. मौके पर रेलवे कर्मी शिवम कुमार, अंगद राम, सुरेन्द्र दास, मनोज श्रीवास्तव,रवि रंजन, रामबाबू राय, रामनाथ राय , अजीत कुमार,जैकी कुमार, भरत बैठा, शत्रुध्न कुमार, कृष्णा कुमार, धर्मेंद्र कुमार आदि थे.

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