samastipur news: ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में एफपीओ की भूमिका अहम, नाबार्ड की ओर से आयोजित कार्यशाला में बोले अधिकारी, जानिए…… क्या होगा फायदा, कैसे समृद्ध होंगे किसान
जिला उद्योग केन्द्र में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के तत्वावधान में किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) निर्माण एवं संवर्धन योजना के क्रियान्वयन के लिए एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया
समस्तीपुर : जिला उद्योग केन्द्र में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के तत्वावधान में किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) निर्माण एवं संवर्धन योजना के क्रियान्वयन के लिए एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया. अध्यक्षता जिलाधिकारी योगेन्द्र सिंह ने की. कार्यशाला का उद्घाटन वरीय उपसमाहर्ता बैंकिंग पुष्पिता झा, जिला कृषि पदाधिकारी दिनकर प्रसाद, वरीय वैज्ञानिक डॉ. आरके. तिवारी, डीडीएम नाबार्ड अभिनव कृष्ण ने संयुक्त रूप से किया. एसडीसी बैंकिंग श्रीमती झा ने कही कि किसानों की आय बढ़ाने, कृषि आधारित उद्यमों की स्थापना, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में एफपीओ की भूमिका अहम है. कार्यशाला का संचालन करते हुए डीडीएम नाबार्ड ने नाबार्ड की योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एफपीओ के विकास व विस्तार के लिए तथा विभिन्न विभागों द्वारा विविध प्रकार के लाभकारी योजना की जानकारी के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है. जिला कृषि पदाधिकारी दिनकर प्रसाद ने किसानों की योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि एफपीओ खाद्य, बीज के लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन दे सकते हैं. जो किसान राज्य के अंदर या बाहर प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें आत्मा द्वारा तीस प्रतिभागियों की टीम बनाकर प्रशिक्षित किया जाता है. डीएचओ प्रशांत कुमार ने केला तथा पपीते की खेती पर मिलने वाली अनुदान के बारे में जानकारी दी. कृषि विज्ञान केन्द्र, बिरौली के वरीय वैज्ञानिक डॉ. आरके तिवारी ने एफपीओ के बिजनेस प्लान के बारे में जानकारी दी. डीपीएम जीविका विक्रांत कुमार ने एफपीओ द्वारा उत्पादित सामग्री का इस्तेमाल स्थानीय लोगों द्वारा करने पर बल दिया. राष्ट्रीय बीज निगम के अधिकारी मुकेश कुमार ने एफपीओ के लिए सीड्स का लाइसेंस लेने की प्रक्रिया पर प्रकाश डाला. जीएम डीआईसी विवेक कुमार ने पीएमएफएमई योजना का लाभ लेने के लिए एफपीओ को प्रेरित किया. समथु एफपीओ के अमरदीप कुमार ने एफपीओ के उत्पाद की पैकेजिंग तथा मार्केटिंग पर विस्तार से जानकारी दी. कार्यशाला में एफपीओ के प्रतिनिधियों द्वारा पूछे गये सवाल का निराकरण किया गया. इस कार्यशाला में भारत सरकार के 10000 एफपीओ योजना के तहत 19 एफपीओ तथा अन्य योजना के तहत 6 एफपीओ के किसानों ने भाग लिया. मौके पर औसेफा के निदेशक देव कुमार, स्नेहलता से विवेक कुमार, बैंकों के जिला समन्वयक सीबीबीओ के अधिकारी तथा एफपीओ के लगभग एक सौ किसान मौजूद थे.
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