मिलेट्स को आहार के रूप में उपयोग करने की जरूरत : डा चंद्रा

डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय स्थित पोषक अनाज मूल्य शृंखला उत्कृष्टता केंद्र में किसानों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | February 12, 2025 11:12 PM

पूसा : डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय स्थित पोषक अनाज मूल्य शृंखला उत्कृष्टता केंद्र में किसानों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया. इसमें प्रयत्न एफपीओ से जुड़े मुजफ्फरपुर जिले के 35 किसान भाग ले रहे हैं. उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ अमरेश चन्द्र, ने किया. पोषक अनाज मूल्य शृंखला उत्कृष्टता केंद्र की प्रधान अन्वेषिका डॉ श्वेता मिश्रा ने उद्घाटन सत्र के दौरान मुख्य अतिथि को पुष्प पात्र भेंट कर स्वागत किया. प्रशिक्षुओं को सम्बोधित करते हुए प्रशिक्षण के उद्देश्यों एवं कार्यक्रमों को साझा किया. उन्होंने किसानों को बताया कि कैसे वे मूल्य संवर्धन शृंखला को व्यावहारिक बनाकर एवं निर्मित उत्पादों के उचित बाजारीकरण के माध्यम से व्यावसायिक रूप देकर अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ कर सकते हैं. डॉ. श्वेता मिश्रा ने बताया की पोषक अनाज मूल्य शृंखला उत्कृष्टता केंद्र द्वारा मूल्य संवर्धित खाद्य पदार्थों के बेहतर विपणन के लिए की गयी ब्रांडिंग, पैकेजिंग एवं लेबलिंग के प्रयासों से विभिन्न एफपीओ किस तरह से बाजार से बेहतर ताल-मेल बैठा पा रहे हैं. डॉ. अमरेश चन्द्र ने मिल्लेट्स के क्षेत्र में देश की वर्तमान स्थिति, इसे आहार में शामिल करने की प्राथमिकता एवं इसके प्रसंस्कृत उत्पाद बनाने एवं उचित बाजारीकरण पर विस्तृत प्रकाश डाला. उन्होंने मूल्य संवर्धन के दौरान मानक गुणवत्ता को ध्यान में रखने की आवश्यकता पर भी विस्तार से चर्चा की. पाठ्यक्रम की रूपरेखा को डॉ. ऋतम्भरा सिंह ने तैयार किया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह ने किया. डॉ. हेमलता सिंह आदि मौजूद थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version