Education news:Now children”s attendance will also be done online: बच्चों की भी अब बनेगी ऑनलाइन हाजिरी, सरकारी स्कूलों को दिया जायेगा टैब
Education news: E-Shiksha Kosh Mobile App, Now children's attendance will also be done online: 2950 सरकारी विद्यालयों में नामांकित 800982 बच्चों की भी हाजिरी ऑनलाइन बनेगी.
Education news:Now children”s attendance will also be done online: ऑनलाइन हाजिरी बनाने के लिए जिले के सभी स्कूलों को दिया गया निर्देश
Education news: E-Shiksha Kosh Mobile App, Now children”s attendance will also be done
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समस्तीपुर : जिले के 2950 सरकारी विद्यालयों में नामांकित 800982 बच्चों की भी हाजिरी ऑनलाइन बनेगी. अभी तक ई शिक्षा कोष के माध्यम से एचएम व शिक्षक ही ऑनलाइन हाजिरी लगा रहे थे. ऑनलाइन हाजिरी बनाने के लिए जिले के सभी सरकारी स्कूलों को टैब दिया जा रहा है. शिक्षा विभाग ने सभी डीईओ को इस संबंध में निर्देश दिया है. जिसमें बताया कि सभी स्कूलों में बच्चों की हाजिरी भी मोबाइल ऐप से ली जाएगी. इसके लिए सभी स्कूल के एचएम को कहा गया है कि ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित करना सुनिश्चित करें. छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज होने से उनके लिए संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता आएगी.Education news:E-Shiksha Kosh Mobile App, Now children”s attendance will also be done online:अक्टूबर से शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन हाजिरी ई-शिक्षा कोष मोबाइल ऐप के माध्यम से दर्ज होगी
पत्र में बताया गया है कि अक्टूबर से शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन हाजिरी ई-शिक्षा कोष मोबाइल ऐप के माध्यम से दर्ज होगी. स्कूलों में ऑनलाइन हाजिरी के लिए एचएम व शिक्षक को दो बटन दिखाई देंगे. एक बटन स्कूल इन का और दूसरा आउट का होगा. आते समय स्कूल इन और जाते समय स्कूल आउट का बटन क्लिक करेंगे. स्कूल इन बटन को क्लिक करते ही मोबाइल का कैमरा सेल्फ मोड में खुल जाएगा. उसके बाद कैप्चर बटन क्लिक किया जाएगा. उसके बाद उनका फोटो, तिथि, समय दिखाई देगा. फिर, कंफर्म बटन क्लिक करते ही उपस्थिति दर्ज हो जाएगी. इधर एक से आठवीं तक के सभी बच्चों को समय से किताबें उपलब्ध हों, इसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी गई है. जिले भर के प्राथमिक और मध्य विद्यालय (मदरसा समेत) से छात्रों को चिह्नित भी कर लिया गया है. सभी स्कूलों में नामांकित भाषावार किताबों के लिए कक्षावार और भाषावार बच्चों की सूची तैयार की गई है. यह सूची जिलावार तैयार किया गया है. अब किताब छपवाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इसके लिए पाठ्य पुस्तक प्रकाशन लिमिटेड निगम को छात्रों की संख्या भेजी जाएगी. उसी के अनुसार किताबें छापी जाएगी.E-Shiksha Kosh Mobile App, Education news:Now children”s attendance will also be done online:बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने जिला शिक्षा कार्यालय को पत्र लिखा था
बता दें कि इसको लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने जिला शिक्षा कार्यालय को पत्र लिखा था. जिसमें डीईओ से एक से आठवीं तक नामांकित सभी बच्चों की संख्या मांगी गयी थी. इसके लिए डीईओ एक फार्मेट भी दिया गया था. इस फार्मेट को भर कर डीईओ को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद को भेजनी थी. इसमें हिन्दी, उर्दू, बांग्ला और मिक्स भाषा शामिल है. स्कूल को इस फार्मेट के अनुसार भाषावार छात्रों की संख्या डीईओ को भेजनी थी और डीईओ द्वारा अपने जिला की रिपोर्ट बीइपीसी को भेजनी थी. एससीईआरटी द्वारा पिछले दो सालों में एक से आठवीं तक के पाठ्यपुस्तक में बदलाव किया गया है. इस दौरान पाठ्यपुस्तक में कई नई चीजें जोड़ी गयी है. अब उसी के अनुसार किताबों की छपाई होगी. किताबों की छपाई नये सत्र के पहले पूरा कर लिया जाएगा. मार्च के पहले सप्ताह तक सभी स्कूलों में किताबें भेज दी जाएंगी.
E-Shiksha Kosh Mobile App, Education news:Now children”s attendance will also be done online:कक्षा एक से आठ के विद्यार्थियों के गृह कार्य के मूल्यांकन के लिए शिक्षक लाल पेन का उपयोग करेंगे.
वही, जिले के सरकारी स्कूलों के कक्षा एक से आठ के विद्यार्थियों के गृह कार्य के मूल्यांकन के लिए शिक्षक लाल पेन का उपयोग करेंगे. कक्षा एक से आठ के सभी सरकारी स्कूलों में सभी वर्ग शिक्षकों को लाल पेन का उपयोग करके गृह कार्य, कक्षा कार्य की जांच व मूल्यांकन करने के निर्देश दिये गये हैं. स्कूलों के हेडमास्टर प्रत्येक माह तिथिवार सभी कक्षाओं के उसी अनुक्रमांक के विद्यार्थियों के लेखन पुस्तिका की जांच करेंगे कि वर्ग शिक्षक की ओर से नियमित रूप से विद्यार्थियों के गृह व कक्षा कार्य की जांच की जा रही है. अगर किसी कक्षा में 31 से अधिक विद्यार्थी नामांकित होंगे तो ऐसे विद्यार्थियों के अनुक्रमांक के इकाई अंकों की तिथि को उनके लेखन पुस्तिका की जांच हेडमास्टर करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है