समस्तीपुर : सभी मदरसे में अब सुरक्षित शनिवार शुरू होगा. मदरसा बोर्ड में यह लागू हो गया है. इसके लिए एक पीरियड सुरक्षित होगा. मदरसे के एक-एक शिक्षक को प्रशिक्षित किया जायेगा. ये शिक्षक मास्टर ट्रेनर के तौर पर अपने मदरसा के छात्रों को प्रशिक्षित करेंगे. छात्रों के माध्यम से उसके परिवार और फिर आसपास के लोगों को आपदा बचाव की जानकारी दी जायेगी. एक बैच में 50 शिक्षक रहेंगे. लगभग सौ बैच में प्रशिक्षण दिया जायेगा. नये सत्र 2024 से सभी मदरसा में भी लागू होगा. वर्तमान में किसी भी मदरसा में आपदा संबंधित किसी तरह की जानकारी बच्चों को नहीं दी जा रही है. वहीं आपदा प्रबंधन प्राधिकार ने मदरसा के लिए सुरक्षित शनिवार किताब तैयार किया है. ये शिक्षक को दी जायेगी. इसमें सालभर होने वाले आपदाओं की जानकारी और उससे बचने के उपाय बताएं जायेंगे. मास्टर ट्रेनर के तौर पर शिक्षक अपने मदरसे में बच्चों का भी टीम बनायेंगे. भविष्य में बच्चे ही अन्य बच्चों को आपदा बचाव का प्रशिक्षण देंगे. इसमें मुख्य रूप से भूकंप, बाढ़, लू, शीतलहर आदि के साथ मौसमी बीमारी से बचने के उपाय बताएं जायेंगे. मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के तहत प्रारंभिक और मध्य विद्यालयों में बच्चों को सुरक्षित शनिवार लागू कर हर शनिवार को आपदा प्रबंधन का पाठ पढ़ाया जाता है. बच्चों को इसमें प्रशिक्षक प्राकृतिक आपदा बारे में जानकारी देते हैं. जिसमें विशेष रूप से बाढ़, भूकंप, शीतलहर, चक्रवाती तूफान, अगलगी, लूट, ठनका, वज्रपात, सुखाड़, नदी या तालाब में डूबना, भगदड़, नाव दुर्घटना, रेल व सड़क दुर्घटना, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन, पेयजल, स्वच्छता, बच्चों को जागरूक करने के लिए गुड टच एवं बैड टच व सर्पदंश से बचाव की जानकारी दी जाती है. जिले के स्कूली बच्चे व्यक्तित्व विकास के लिए अब नवाचार करेंगे. हर शनिवार एक रोचक नवाचार सीख कर स्कूली बच्चे खुद का जीवन संवारेंगे. जिला शिक्षा विभाग द्वारा अनिवार्य रूप से यह अभियान शुरू किया गया है. बैगलेस सुरक्षित शनिवार के क्रम में हर शनिवार को यह गतिविधियां संचालित की जायेंगी. सुरक्षित शनिवार की गतिविधियों को एक क्रम में रखा गया है, जिसे वैगन व्हील का नाम दिया गया है. सुरक्षित शनिवार वैगन व्हील बच्चों को एक अलग ही व्यक्तित्व बनाने की कवायद है. वैगन व्हील के तहत पूरे साल भर की योजना बनाई गई है, जिसके तहत हर महीने बच्चे अपने व्यक्तित्व में निखार लाएंगे और एक अलग ही विशिष्ट पहचान बना पाने में सक्षम होंगे. वैगन व्हील के तहत जनवरी माह का थीम मैं हूं वैज्ञानिक जबकि फरवरी माह का थीम मैं हूं साहित्यकार है. मार्च माह का थीम मैं हूं विरासत प्रेमी संरक्षक, अप्रैल माह का थीम मैं उन निर्माणकर्ता, मई माह का थीम मैं हूं प्रबंधकर्ता, जून माह का थीम मैं हूं कलाकार, जुलाई माह का थीम मैं हूं स्वच्छता प्रेमी, अगस्त माह का थीम मैं हूं देशभक्त, सितंबर माह का थीम मैं हूं शिक्षक, अक्टूबर माह का थीम मैं हूं अनुसंधानकर्ता और नवंबर माह का थीम मैं हूं खिलाड़ी तथा दिसंबर माह का थीम मैं हूं समाज सेवक तय किया गया है.
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