Samastipur News: जलवायु परिवर्तन के दौर में नारियल व फल किसानों के लिए विकल्प : निदेशक

नारियल एक बहु उपयोगी फल है. कई औषधीय गुणों से भरा है. जलवायु परिवर्तन के दौर में किसानों को नारियल की खेती को विकल्प के तौर पर देखने की जरूरत है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 13, 2025 5:00 AM
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पूसा : नारियल एक बहु उपयोगी फल है. कई औषधीय गुणों से भरा है. जलवायु परिवर्तन के दौर में किसानों को नारियल की खेती को विकल्प के तौर पर देखने की जरूरत है. यह बात नारियल विकास बोर्ड क्षेत्रीय कार्यालय पटना के निदेशक राजीव भूषण प्रसाद ने रविवार को कही. वे प्रखंड क्षेत्र के दिघरा गांव में प्रगतिशील किसान सौरव कुणाल के आवास पर आयोजित किसान जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के अवसर पर मौजूद किसानों को संबोधित कर रहे थे. किसानों को संबोधित करते हुए श्री प्रसाद ने कहा कि दुनिया के 18 देश में प्रमुखता से नारियल की खेती होती है. लेकिन उत्पादन के लिहाज से इसमें भारत का पहला स्थान है. गन्ना विकास बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नारियल विकास बोर्ड किसानों के हित के लिए लगातार काम करता आ रहा है. उन्होंने किसानों को जानकारी देते हुए कहा की नारियल का पौधा और फल दोनों ही बहु उपयोगी होते हैं. इसके लिए नारियल विकास बोर्ड किसानों को अनुदान भी प्रदान करता है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नारियल विकास बोर्ड की तकनीकी अधिकारी विनीता कुमारी ने कहा कि नारियल में इम्युनिटी बूस्टर के भी गुण पाये जाते हैं.उन्होंने कहा कि गन्ना विकास बोर्ड किसानों को खेती के लिए अनुदान और प्रशिक्षण दोनों ही प्रदान करता है. प्रमुख रविता तिवारी, पूसा भाजपा मंडल अध्यक्ष रंजीत कुमार शर्मा, दिघरा पैक्स अध्यक्ष राकेश कुमार मुन्ना, सरपंच अमोद कुमार शर्मा, पूर्व प्रखंड प्रमुख नृपेंद्र शर्मा ने भी संबोधित किया. मौके पर किसान जयप्रकाश शर्मा, प्रभाकर कुमार सिंह, विनय ठाकुर, वीरेंद्र कुमार शर्मा, नीलकमल शर्मा, दिलीप कुमार शर्मा, शिवानंद शर्मा आदि मौजूद थे.

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