सदर अस्पताल में जख्मी नेपाली यात्री बोले, यहां से तो अच्छी है हमारे यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था
सदर अस्पताल में इलाजरत नेपाल के दुर्घटनाग्रस्त यात्रियों ने बताया स्वास्थ्य विभाग का हाल
सदर अस्पताल में इलाजरत नेपाल के दुर्घटनाग्रस्त यात्रियों ने बताया स्वास्थ्य विभाग का हालसमस्तीपुर : जिले मुसरीघरारी चौक पर रविवार अहले सुबह ट्रक की ठोकर से दुर्घटना के शिकार हुए एक यात्री बस पर सवार नेपाल के तीर्थ यात्रियों को स्थानीय पुलिस की मदद से सदर अस्पताल और आसपास के निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया. सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में अचानक मरीजों की संख्या बढ़ने से अव्यवस्था का माहौल उत्पन्न हो गया. एक बेड पर दो दो मरीजों का इलाज किया जा रहा था. बेड के अभाव में कई घायल तीर्थयात्री इमरजेंसी वार्ड के बाहर दर्द से तड़प रहे थे. रविवार को सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाजरत नेपाल के तीर्थ यात्रियों ने सदर अस्पताल की अव्यवस्था हाल सुनाया. जख्मी नेपाल के बारा जिला के चिंटाहा थाना के मूर्तिपालिया गांव के 42 वर्षीय राजेश्वर प्रसाद साह ने कहा कि सदर अस्पताल में इलाजरत कई दुर्घटनाग्रस्त तीर्थ यात्रियों को सोने के लिए बेड नहीं था. एक बेड पर दो-दो मरीजों का इलाज चल रहा है. दुर्घटना में उन्हें पीठ और सीना में काफी चोटें आयी है. दर्द से असहनीय पीड़ा हो रही है. करीब दस घंटे से बीत गये. चिकित्सक ने दो बार डायलोना की सुई लगाई और थोड़ी मरहमपट्टी की. दर्द कम नहीं हो रहा है. सदर अस्पताल में इलाज का समुचित प्रबंध नहीं है. चिकित्सक व कर्मी खानापूर्ति करते हैं. इससे अच्छा तो नेपाल की स्वास्थ्य व्यवस्था है. नेपाल के साठ वर्षीय रंभा साह ने बताया कि करीब दस घंटा से वह अपने पति नागेन्द्र साह के साथ इमरजेंसी वार्ड के एक ही बेड पर इलाजरत हैं. दुर्घटना में पति-पत्नी दोनों को शरीर में अंदरूनी चोट है. सदर अस्पताल में इलाज का समुचित प्रबंध नहीं है. दस घंटे में एक बार मरीजों को खाने के लिए ब्रेड मिला. पेयजल की भी व्यवस्था नहीं है. इसी तरह अन्य मरीजों ने भी अपनी- अपनी व्यथा सुनाई. सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में महिला और पुरुष मरीजों को इलाज के लिए अलग-अलग 12 बेड लगाए गए हैं. जिसके कारण मरीजों की संख्या बढ़ने पर अक्सर कठिनाई होती है. कई बार मरीजों को प्राथमिकी उपचार के बाद रेफर कर दिया जाता है.
नेपाल से यात्री बस पर देवघर तीर्थयात्रा पर जा रहे लोग
जिले के मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के मुसरीघरारी चौक पर रविवार अहले सुबह नेपाल से देवघर जा रही तीर्थ यात्रियों की एक बस हादसे का शिकार हो गई. रविवार अहले सुबह करीब दो बजे पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार से ट्रक ने यात्री बस में ठोकर मार दी. जिससे बस का एक्सल टूट गया. इसके बाद बस अनियंत्रित होकर पलट गई. यात्री बस पर नेपाल के बारा जिला के चिंटाहा थाना क्षेत्र के मुरकी पालिया और बरगिनिया गांव के रहने वाले करीब 42 यात्री सवार थे. इसमें अधिकांश चोटिल हैं. एक किशोर बस के नीचे फंस गया. जिसे स्थानीय पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाला. इसके बाद घायलों को सदर अस्पताल और आसपास के निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया. सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में 16 घायल तीर्थ यात्रियों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. इसमें प्राथमिक उपचार के बाद दो घायलों को गंभीर हालत में रेफर कर दिया. जख्मी राजेश्वर प्रसाद साह ने बताया कि शनिवार को नेपाल के चिंटाहा थाना क्षेत्र के मुरकिपालिया गांव से 42 लोग यात्री बस से देवघर यात्रा के लिए प्रस्थान किया. शनिवार मध्य रात्रि करीब दो बजे मुसरीघरारी चौक के समीप पीछे से ट्रक ने यात्री बस में ठोकर मार दी. जिसके बाद बस सड़क किनारे पलट गई. तीर्थ यात्रियों में महिलाएं पुरुष और बच्चे भी शामिल थे. सदर अस्पताल में इलाजरत यात्रियों की पहचान सीमावर्ती नेपाल देश के बारा जिला के चिंटाहा थाना के मुरकिपालिया गांव के किशोरी राम, रामरती देवी, शिव कुमारी, राजेश्वर प्रसाद साह, शोभा कुमारी, गीता देवी, मुस्कान कुमार साह, सुबोध प्रसाद साह, फेंकन मुखिया, रंभा साह, नागेन्द्र साह, सीमा कुमारी, काजल कुमारी, उषा देवी, लक्ष्मी राउत, रामेश्वर साह, राजकुमार साह शामिल हैं. इधर, स्थानीय पुलिस ने क्रेन की मदद से दुर्घटनाग्रस्त यात्री बस को सीधा कराया और दुर्घटनाग्रस्त यात्री और ट्रक को कब्जे में ले लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है