मरीज के परिजनों ने अस्पताल पर किया हंगामा

समस्तीपुर. आदर्शनगर स्थित एक अस्पताल में शुक्रवार को मरीज के परिजनों ने हंगामा किया.

By Prabhat Khabar News Desk | April 12, 2024 10:48 PM

समस्तीपुर. आदर्शनगर स्थित एक अस्पताल में शुक्रवार को मरीज के परिजनों ने हंगामा किया. अस्पताल से हंगामा करते हुये परिजन सड़क पर पहुंचे गये. धीरे-धीरे आसपास के लोगों के भीड़ जुट गयी. सभी माजरा जानने की कोशिश में लगे थे. 10 मार्च की शाम सड़क दुर्घटना में जख्मी पूसा रोड के श्रीरामपुरवासी सूरज कुमार को परिजनों ने इस अस्पताल में भर्ती कराया था. परिजनों का कहना है कि मात्र दो दिन अस्पताल संचालक के द्वारा 79 हजार रुपये का बिल बताया जा रहा है. जिसमें आईसीयू का चार्ज 58 हजार रुपये बताया गया है. परिजनों का कहना है कि वे लोग मजदूर हैं, किसी तरह पैसे का जुगाड़ कर जख्मी को यहां इलाज के लिये लाये हैं. बिचौलिये के द्वारा इस अस्पताल में पहुंचा दिया गया. वे लोग मरीज को डिस्चार्ज करने की बात कह रहे. लेकिन अस्पताल प्रशासन के द्वारा मरीज को कहीं अन्यत्र ले जाने के लिये डिस्चार्ज नहीं किया जा रहा है. भर्ती मरीज के पिता ने बताया कि उनका पैर टूटा गया है, मजदूरी भी नहीं कर पा रहे हैं. इतना पैसा कहां से लगायेंगे? एक ही लड़का है, अगर उसे कुछ हो गया तो. हम लोगों को कोई देखने वाला नहीं रह जायेगा. विदित हो गली-गली में आये दिन कुकुरमुत्ते की तरह अस्पताल खुल गये हैं, जहां मल्टीस्पेशलिटी, ट्रामा सेंटर आदि का बोर्ड लगाकर रखा गया है. जबकि इन अस्पतालों में योग्य और विशेषज्ञ डॉक्टरों का अतापता नहीं रहता है. दलालों की सेटिंग रहती है. जो मरीजों गांव के भोले भाले लोगों को कम पैसे में बेहतर इलाज कराने की बात कहकर फंसा लेते हैं. मरीज के भर्ती होने के बाद उनका आर्थिक दोहन शुरू हो जाता है. मरीजों के गरीब परिजन कर्ज लेकर या जमीन पर पैसा उठाकर अस्पताल का बिल भरने को विवश होते हैं, जबतक बिल के पैसे-पैसे का भुगतान नहीं किया जाता है, मरीज को डिस्चार्ज या रेफर नहीं किया जाता है. आये दिन किसी न किसी अस्पताल पर परिजनों व अस्पताल संचालकों के बीच नोकझोंक और हंगामा होते रहता है. अस्पताल संचालकों के द्वारा इस स्थिति से निपटने के लिए पहले से लठैतों को तैयार रखा जाता है. कई बार तो मामला पुलिस तक भी पहुंच जाता है.

Next Article

Exit mobile version