होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की सुविधा में होगा विस्तार

मधुबनी : कोरोना से ग्रसित होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं एवं उनके स्वास्थ्य की देखभाल का लगातार अनुश्रवण भी किया जा रहा है. इसे अत्यधिक प्रभावकारी बनाने के लिए प्रोजेक्ट स्टेप वन के सहयोग से टेलीमेड कोविड हेल्पलाइन का क्रियान्वयन किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 18, 2020 9:29 AM

मधुबनी : कोरोना से ग्रसित होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं एवं उनके स्वास्थ्य की देखभाल का लगातार अनुश्रवण भी किया जा रहा है. इसे अत्यधिक प्रभावकारी बनाने के लिए प्रोजेक्ट स्टेप वन के सहयोग से टेलीमेड कोविड हेल्पलाइन का क्रियान्वयन किया गया है. टेलीमेड कोविड हेल्पलाइन के लिए स्टेपवन के द्वारा कॉल सेंटर स्थापित किया गया है. कॉल सेंटर द्वारा होम आइसोलेशन में आवासित मरीजों को प्रतिदिन इंटरैक्टिव वॉइस रिस्पांस सिस्टम के माध्यम से कॉल किया जा रहा है. हेल्पलाइन के सुगम संचालन के लिए विभाग द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया गया है. राज्य स्वास्थ समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने डीएम एवं सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा को पत्र लिखकर निर्देश जारी किया है.

प्रतिदिन प्रोजेक्ट स्टेपवन को देने का निर्देश

ईडी द्वारा जारी पत्र में होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की सूची राज्य स्वास्थ्य समिति के डाटा पदाधिकारी द्वारा प्रतिदिन प्रोटेक्ट स्टेपवन को 8:30 बजे रात तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिया गया है. जिसके बाद स्टेप वन उक्त डाटा के आधार पर आइभीआरएस आधारित ऑटोमेटेड कॉल आउट के माध्यम से होम आइसोलेशन में आवासीय मरीजों के स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी प्राप्त करेगा. आईवीआरएस से प्राप्त जानकारी के आधार पर चिन्हित इमरजेंसी के स्कोर स्टेप वन के चिकित्सकों द्वारा संबंधित मरीज से वार्ता कर संपुष्ट की जाएगी. तथा इमरजेंसी के श्रेणी में चिन्हित करने की वजह भी स्पष्ट रूप से अंकित की जाएगी.

एंबुलेंस की सुविधा होगी उपलब्ध

होम आइसोलेशन में रहने के दौरान अगर किसी मरीज की तबीयत बिगड़ती है, तो उन्हें जिला चिकित्सकीय नियंत्रण कक्ष के द्वारा एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. इसको लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया गया है. तथा इसे सुनिश्चित कराने की दिशा में पहल करने का निर्देश दिया गया है. वहीं सिविल सर्जन ने जिला कार्यक्रम प्रबंधक को प्रत्येक प्रखंड में 30 – 30 बेड का आइसोलेशन सेंटर का जगह चिन्हित कर स्थापित करने का निर्देश दिया है. जिससे कि कोरोना पॉजिटिव ऐसे मरीज जिन्हें घर में अलग से आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध नहीं हो, या जो व्यक्ति घर में नहीं रहना चाहते हैं वैसे व्यक्ति को भर्ती कर समुचित चिकित्सीय सेवा उपलब्ध कराया जा सके.

तैयार की जायेगी सूची

स्टेप वन के द्वारा उक्त प्रक्रिया के आधार पर तैयार की गयी गंभीर रूप से बीमार मरीजों की सूची दिन में तीन बार 12 बजे, 2 बजे एवं 4 बजे राज्य स्वास्थ्य समिति के डाटा पदाधिकारी के ईमेल पर उपलब्ध कराया जाएगा. साथ ही स्टेप वन का प्रतिवेदन सूची प्रतिदिन संध्या 7 बजे राज्य स्वास्थ्य समिति के मेल पर उपलब्ध कराया जायेगा.

posted by ashish jha

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