समस्तीपुर : शहर के वीमेंस कॉलेज में एनएसएस इकाई द्वारा नशा मुक्त देश, राज्य, नगर और गांव बनाने के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रो. डॉ अरुण कुमार कर्ण ने कहा कि छात्र-छात्राएं ही एक कड़ी हो सकते हैं जो अपनी उम्र के युवाओं को प्रेरित कर नशा से दूर रहने में सहायता कर सकते हैं. उनके दुष्प्रभाव के बारे में अवगत करा सकते हैं. आप अक्सर ही ऐसी कहानियां सुनते होंगे कि फला आदमी के नशे की लत ने उसके पूरे परिवार को तहस-नहस कर दिया. आज भारत बुरी तरह से नशे की समस्या से जूझ रहा है. यह बेहद जटिल और बहुआयामी मुद्दा है जो देश के सार्वजनिक स्वास्थ्य और सामाजिक ताने बाने को क्षति पहुंचा रहा है. नशीली दवाओं की लत लगातार बढ़ने से निजी जीवन में अवसाद, पारिवारिक कलह, पेशेवर अकुशलता व सामाजिक सह-अस्तित्व की आपसी समझ मे समस्याएं सामने आ रही हैं. एनएसएस पदाधिकारी डॉ. नीतिका सिंह ने कहा कि नशे की लत इतनी ज्यादा खतरनाक है कि कई बार लोग इसके अति सेवन से और न मिलने पर आत्महत्या तक कर डालते हैं. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के अनुसार नशे की लत के कारण वर्ष 2021 में 10 हजार से अधिक लोगों ने अपने जीवन की लीला को समाप्त कर लिया. नशे से दूर रहे. एनएसएस वाॅलंटियर्स ने स्लोगन के माध्यम से बढ़-चढ़ कर इस कार्यक्रम में अपनी भागीदारी दी. वालंटियर्स प्रिया, मोती, मुस्कान, कुमकुम रवि, दिव्या, अनुष्का, अंजली आदि ने कार्यक्रम को फल बनाने में सहयोग किया. धन्यवाद ज्ञापन हिंदी विभाग की छात्रा मोती ने दिया. मौके पर डॉ. प्रियंका लाल, डॉ. मधुलिका मिश्रा, डॉ. नेहा कुमारी जायसवाल, प्रो. सुरेश साह, मिस फऱहत जबीन, डॉ. कुमारी अनु, डॉ स्मिता झा, डॉ. कविता वर्मा, डॉ. वंदना कुमारी, डॉ. सोनल, डॉ लालिमा, डॉ. शबनम, डॉ. संगीता, डॉ. नीरज प्रसाद, डॉ. ममता कुमारी, डॉ. ज्योति कुमारी, डॉ. राजेश पाण्डेय आदि शिक्षक मौके पर मौजूद थे.
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