Samastipur News:समस्तीपुर : शहर के महिला कॉलेज में नामांकित छात्राओं को बेहतर उच्च शिक्षा मिल सके और वर्ग कक्ष में उनकी उपस्थिति शत-प्रतिशत हो इसके लिए नित्य नये प्रयोग प्रधानाचार्या द्वारा किये जा रहे हैं. प्रधानाचार्या प्रो. सुनीता सिन्हा ने अब कॉलेज के सभी प्राध्यापक को रूटीन के मुताबिक वर्ग संचालन करने व वर्ग कक्ष में क्लास लेते हुए जियो टैगिंग फोटो व्हाट्सएप ग्रुप में डालने का निर्देश दिया है. वर्ग कक्ष में कितने छात्राएं उपस्थिति दर्ज करा रही हैं, इसकी भी माॅनीटरिंग की जा रही है. साथ ही, वर्ग कक्ष से अनुपस्थित रहने वाली छात्राओं के अभिभावक से संपर्क कर स्थापित कर काॅलेज भेजने को भी कहा जा रहा है. प्रधानाचार्या ने बताया कि प्रभावी शिक्षण वह ज्ञान, रणनीति, प्रक्रिया और व्यवहार है जो अच्छे छात्राओं को परिणामों की ओर ले जाता है. प्रभावी शिक्षक अपने छात्रों पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं और सीखने को बेहतर बनाने के लिए अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करते हैं. प्रभावी शिक्षक प्रभावी शिक्षार्थियों का पोषण करते हैं जो अपने स्वयं के सीखने और व्यक्तिगत विकास में सक्रिय रूप से शामिल होते हैं.
Samastipur News:छात्र के समझ को विकसित करने एवं परिणाम स्वरूप उसके कौशल को समृद्ध करने की कला है.
प्रभावी शिक्षक भी अपने विषय से प्यार करते हैं और उच्च-गुणवत्ता वाली शिक्षा बनाने के लिए अपने अनुभव और शैक्षणिक ज्ञान का उपयोग करते हैं. सहायक प्राध्यापक डा. विजय कुमार गुप्ता बताते है कि शिक्षण एक कला है. यह छात्र को ज्ञान का अनुभव कराने की कला है. छात्र के समझ को विकसित करने एवं परिणाम स्वरूप उसके कौशल को समृद्ध करने की कला है. यह छात्र के अंदर छिपी प्रतिभा को पहचान कर उसे निखारने की कला है. एक शिक्षक के रूप में हमारे सामने एक महत्वपूर्ण दायित्व है. हम समाज की नई पीढ़ी को शिक्षित करने का काम कर रहे हैं. शिक्षित करने का मतलब सिर्फ पाठ्यक्रम पूरा करना और किताबी ज्ञान देना भर नहीं है बल्कि छात्र की अंतर्निहित विशेषताओं को पहचान कर उसकी रुचि एवं क्षमता का ध्यान रखते हुए उसके गुणों को उभारने एवं उसके क्षमता वर्धन में उसकी सहायता करना है ताकि वह शिक्षित होकर समाज के लिए उपयोगी साबित हो सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है