समस्तीपुर : छात्र संगठन आइसा बिहार राज्य परिषद की दो दिवसीय बैठक शहर के बीआरबी कॉलेज में शुरू हुई. अध्यक्षता राज्य अध्यक्ष प्रीति कुमारी ने की. संचालन राज्य सचिव सबीर कुमार ने किया. मुख्य अतिथि आइसा के राज्य प्रभारी सह भाकपा माले केंद्रीय कमेटी सदस्य अभ्युदय व राष्ट्रीय महासचिव प्रसेनजीत शामिल हुए. आइसा प्रभारी अभ्युदय ने कहा कि नई शिक्षा नीति देश में शिक्षा व्यवस्था को और कमजोर करेगी. जनतांत्रिक सरकार का पहला कर्तव्य है कि वह अपने नागरिकों को एक जैसी गुणवत्तापूर्ण निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराये. इसलिए लाला राजपत राय ने कहा था कि सार्वभौमिक प्रचलित शिक्षा राज्य की ओर से उपलब्ध कराई जानी चाहिए. राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि देश के कुल सकल घरेलू उत्पाद का शिक्षा पर कम से कम 10 प्रतिशत खर्च सरकार द्वारा किया जाना चाहिए. देश में आम नागरिकों का अनुभव बतलाता है कि इन व्यवसायिक पाठ्यक्रमों से शिक्षित अधिकांश छात्र रोजगार तो हासिल नहीं कर सके लेकिन वे तार्किक, बौद्धिक व सांस्कृतिक विकास करने वाले दर्शन व भाषा जैसे विषयों से जरूर वंचित हो गये. मौके पर लोकेश राज, अजय कुमार, मयंक कुमार, विकास कुमार, मनीषा कुमारी, प्रवीण कुमार, प्रिंस पासवान, नीरज कुमार, रौशन कुमार, पावेल कुमार, कौशिक कुमार, दीपक कुमार, फरमान, अभिषेक, द्राक्षा जबी, विकास यादव, प्रिंस राज, सोनू, नवीन, मो. फैज आदि मौजूद रहे. इससे पूर्व सत्र की शुरुआत करते हुए कोलकाता की डाॅ. मौमिता देवनाथ व मुजफ्फरपुर में हुए महिलाओं पर जघन्य अपराध साथ ही बंग्लादेश में हुए आंदोलन में मारे गये लोगों और फिलिस्तीन में हजारों लोग मारे गए उनकी याद में दो मिनट की श्रद्धांजलि दी गई.
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