समस्तीपुर : मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी करने के लिए स्वीप के तहत जो कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं, उसे युद्ध स्तर पर मतदाताओं के बीच चलाया जाये. उक्त बातें जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी समस्तीपुर ने पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कही. वे मंगलवार को प्रखंड से लेकर जिला स्तर के विभिन्न पदाधिकारियों की वीसी में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए आवश्यक निर्देश दे रहे थे. उन्होंने पदाधिकारियों से रूबरू होते हुए कहा कि विगत लोकसभा चुनाव के मतदान प्रतिशत से 20 प्रतिशत अधिक बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसे गंभीरता से लेने की जरूरत है. इसके लिए सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में डोर-टू- डोर कार्यक्रमों को बढ़ावा दें. डोर- टू -डोर कार्यक्रम को संपन्न कराने के लिए वे अपने अधीनस्थ कर्मियों के अलावे किसान सलाहकारों, जीविका दीदियों आंगनबाड़ी सेविकाओं-सहायिकाओं, आशा कार्यकर्ताओं से समन्वय स्थापित कर आवश्यक मदद लें. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी ने मत प्रतिशत बढ़ाने के लिए समस्त प्रखंड विकास पदाधिकारियों से आवश्यक सुझाव भी मांगा है. जिला के विभिन्न प्रखंडों के कई प्रखंड विकास पदाधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र की स्थितियों के अनुरूप सुझाव देते हुए कहा कि मतदान को गणतंत्र का पर्व के रूप में लेने की जागरूकता चलायी जाये. प्रत्येक बूथ पर प्रथम मतदान करने वाले मतदाता को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाये. ग्रामीण क्षेत्रों में चुनाव पाठशाला, जागरूकता रैली को ग्राम सभा के द्वारा अभियान के रूप में करायी जाये. पदाधिकारियों के बीच से आए सुझावों का स्वागत करते हुए जिला निर्वाचन पदाधिकारी समस्तीपुर ने निर्देश दिया कि वैसे मतदान केंद्र जहां विगत लोकसभा चुनाव में 50 प्रतिशत से कम मतदान हुए हैं , उसे चिन्हित करते हुए वहां अधिक से अधिक ध्यान देकर मतदाताओं को जागरूक करने की कवायद प्रारंभ की जाये. समस्त पदाधिकारियों द्वारा जागरूकता के लिए जो भी कार्यक्रम चलाए जाएं उसमें स्वीप के लोगो का प्रयोग अवश्य किया जाये तथा सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी-अपनी ओर से भी जागरूकता संदेश प्रसारित करें. मतदान प्रतिशत को बढ़ाना सभी पदाधिकारियों का कर्तव्य होना चाहिये.
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