बारिश से झील बना बिहार का यह शहर, मोटर लगा कर निकाला जा रहा मोहल्लों से पानी

समस्तीपुर : शहर में जलजमाव की समस्या नासूर बन गयी है. जो ठीक होने के बजाय दिन ब दिन खराब ही होती जा रही है. कचरे से बजबजा रहे नालों को देखने के बाद साफ-सफाई का यहां जिक्र करना भी मुनासिब नहीं होगा. पिछले दो महीने से मौसम की बेरुखी से अधिक स्थानीय प्रशासन की अनदेखी शहर वासियों को रुला रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 14, 2020 10:24 AM

समस्तीपुर : शहर में जलजमाव की समस्या नासूर बन गयी है. जो ठीक होने के बजाय दिन ब दिन खराब ही होती जा रही है. कचरे से बजबजा रहे नालों को देखने के बाद साफ-सफाई का यहां जिक्र करना भी मुनासिब नहीं होगा. पिछले दो महीने से मौसम की बेरुखी से अधिक स्थानीय प्रशासन की अनदेखी शहर वासियों को रुला रही है. हालात से निपटने के लिए नगर परिषद कोई ठोस माकूल व्यवस्था नहीं कर रही. कहने को तो नगर प्रशासन जल निकासी के लिए जगह-जगह जेसीबी लगाकर नाला उड़ाही और मोटर लगा कर मोहल्लों से पानी निकालने का प्रयास कर रही है. लेकिन वह सिर्फ खानापूर्ति ही है. वर्तमान में जलनिकासी को लेकर जो व्यवस्था है, उससे तो साफ लगता है कि सिरींज लगाकर नगर प्रशासन झील बने मुहल्लों का पानी निकालने में जुटा हुआ है. सबसे खराब स्थिति तो आरएनएआर काॅलेज रोड और कृष्णापुरी मोहल्ले की है. वहां के लोगों को शहरी इलाका नहीं होने के कारण नगर परिषद के द्वारा दी जा रही इन सुविधाओं से भी वंचित रहना पड़ रहा है.

ड्रेनेज सिस्टम पर आज तक प्लानिंग से नहीं हुआ काम

शहर में ड्रेनेज सिस्टम पर प्लानिंग के तहत आजतक कोई काम नहीं हुआ. लगभग सभी मोहल्लों में नाला तो बना दिया गया लेकिन उन नालों से पानी को शहर से बाहर निकालने के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं कि गयी. जिस वजह से नालों में बहाया गया पानी सालों भर उसी में जमा रहता है. जिसका परिणाम होता है कि हर साल बरसात में पश्चिमी भाग का आधा शहर पानी में डूब जाता है. पिछले डेढ़ महीने से काशीपुर का वार्ड 5, वार्ड 6, वार्ड 8 का प्रोफेसर कॉलोनी, बीएड कॉलेज, वार्ड 4 का अमीरगंज धरमपुर मोहल्ला, वीर कुंवर सिंह कालोनी, विवेक विहार, बारह पत्थर एवं आदर्शनगर मोहल्ला झील में तब्दील है.

घर में ही कैद हो कर रह गये हैं लोग

शहर के पश्चिमी भाग में रहने वाले हजारों परिवार के लोग बाढ़ पीड़ितों के तरह जी रहे हैं. लोग घरों में कैद हैं. खासकर बीएड कॉलेज एवं सोनवर्षा रोड की स्थिति तो बद से बदतर हो गई है. बीएड कॉलेज परिसर वैसे तो सालों भर झील में ही तब्दील रहता है. लेकिन सोनवर्षा चौक से आरएनएआर कॉलेज जाने वाली मुख्य सड़क पर करीब दो फीट तक पानी जमा हुआ है. बाइक एवं कार से भी लोग उस रास्ते से गुजर नहीं सकते हैं. मुख्य सड़कों व गली मोहल्ला में एक से लेकर चार फीट तक पानी जमा है. लगभग सभी घरों में पानी जमा है. घर वार छोड़ कर लोग जाने पर मजबूर हो गए हैं.

बारिश के कारण बाढ़ पीड़ितों की हालत हुई दयनीय

मोरवा . बारिश के कारण चकपहाड़ पंचायत के बाढ़ पीड़ितों की हालत और भी दयनीय हो गया है़ पंचायत के मुखिया रेनू देवी, मुखिया प्रतिनिधि प्रवीण कुमार राय एवं पूर्व मुखिया रामानंद राय के अनुसार दो दिनों से हो रही बारिश के कारण बाढ़ पीड़ितों को बहुत परेशानी हो रही है़ जिला प्रशासन द्वारा आश्वासन दिए जाने के बावजूद मवेशियों के लिए चारे की व्यवस्था नहीं की जा सकी है़

विधायक ने लिया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायजा

हसनपुर. हसनपुर विधानसभा क्षेत्र अन्तर्गत आने वाले हसनपुर व सिंघिया प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का स्थानीय विधायक राजकुमार राय ने जायजा लिया़ उन्होंने हसनपुर प्रखंड के सिरसिया तथा सिंघिया प्रखंड के राजघाट, निम्मी, भरहर, विषहरिया, केवलाशी,भाईरसों सहित कई अन्य गांवों का जायजा लिया़ विधायक ने बाढ़ पीड़ितों से राहत अभियान के संबंध में जानकरी ली़ मौके पर जदयू नेता विजय कुमार यादव आदि मौजूद थे़

posted by ashish jha

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