बिहार के इस जिले को मिला 7356 अतिरिक्त पीएम आवास, जानें कहां पहुंचा लक्ष्य
समस्तीपुर : जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रतीक्षा सूची के लाभार्थियों के लिये एक बार फिर खुशखबरी आयी है़. जिले को 7356 अतिरिक्त प्रधानमंत्री आवास का आवंटन मिला है़ इसके साथ जिले का लक्ष्य 91677 पहुंच चुका है़.
समस्तीपुर : जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रतीक्षा सूची के लाभार्थियों के लिये एक बार फिर खुशखबरी आयी है़. जिले को 7356 अतिरिक्त प्रधानमंत्री आवास का आवंटन मिला है़ इसके साथ जिले का लक्ष्य 91677 पहुंच चुका है़. जिले में इससे पूर्व भी वित्तीय वर्ष 2019-20 में जिले को प्रधानमंत्री आवास योजना का अतिरिक्त आवंटन मिल चुका है़.
नये लक्ष्य के मुताबिक अल्पसंख्यक समुदाय के 8011 लाभार्थियों को अब प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलेगा़ वहीं सामान्य कोटि के 83866 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलेगा़. इससे पूर्व इस आवास योजना का लाभ अल्पसंख्यक कोटि के 6884 लाभार्थियों का तथा सामान्य कोटि के 77637 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलना था़.
जिले को यह अतिरिक्त आवंटन अन्य जिलों द्वारा लक्ष्य वापस किये जाने के बाद मिला है़. कतिपय जिलों में लक्ष्य के अनुरूप प्रतीक्षा सूची में योग्य लाभुक उपलब्ध नहीं करने के कारण लक्ष्य वापस किया गया है़. जिलाधिकारी व उपविकास आयुक्त को ग्रामीण विकास विभाग के प्रधानसचिव के द्वारा भेजे गये पत्र कहा गया है कि लक्ष्य के अनुरूप जिले के शत-प्रतिशत लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना लाभ दिया जाना है़.
उन्होंने प्रखंडवार, पंचायतवार तथा कोटिवार भौतिक लक्ष्य का निर्धारण करने का निर्देश दिया है़. कहा गया है कि जिला में निर्धारित लक्ष्य का 5 प्रतिशत दिव्यांगों के लिये निर्धारित किया जायेगा़. जिले के किसी पंचायत में किसी विशेष कोटि के योग्य लाभार्थी उपलब्ध नहीं रहने की स्थिति में प्रखंड स्तर पर लक्ष्य का अतिरिक्त सामंजन किया जायेगा़,
अगर किसी प्रखंड में किसी विशेष कोटि में योग्य लाभार्थी उपलब्ध नहीं रहने की स्थिति में जिला स्तर पर लक्ष्य का आंतरिक समांजन किया जायेगा़, अगर जिला में संबंधित कोटि का योग्य लाभार्थी नहीं है तो राज्य को लक्ष्य वापस कर दिया जायेगा़. ग्रामीण विकास विभाग के प्रधानसचिव ने लाभुकों का चयन कर आवास की स्वीकृति एवं सहायता राशि प्रदान करने का निर्देश दिया है़.
posted by ashish jha