Samastipur tops in MDM activities: एमडीएम गतिविधियों में समस्तीपुर अव्वल

Samastipur tops in MDM activities

By Prabhat Khabar News Desk | October 6, 2024 11:30 PM

Samastipur tops in MDM activities: नवाजे जायेंगे षोषण माह 2023,2024 के सम्मान से

Samastipur tops in MDM activities: प्रकाश कुमार, समस्तीपुर : राष्ट्रीय पोषण माह अंतर्गत वर्ष 2023 व 2024 में कई गयी गतिविधियों के आयोजन में समस्तीपुर सहित आठ जिलों ने अव्वल स्थान प्राप्त किया है. अब निदेशालय इन जिलों को सम्मानित करेगी. भारत सरकार से प्राप्त निदेश के आलोक में राष्ट्रीय पोषण माह (01 से 30 सितम्बर 2023 तथा 01 से 30 सितम्बर 2024 तक) का आयोजन किया गया. उक्त आयोजन के दौरान किये गये गतिविधियों से संबंधित फोटो/ वीडियो /प्रतिवेदन को चिन्हित जन आन्दोलन डैश बोर्ड पर अपलोड किया गया. डीपीओ एमडीएम सुमित कुमार सौरभ ने बताया कि वर्ष 2023 के लिए पोर्टल पर प्राप्त आंकड़ों के समीक्षोपरान्त जिला समस्तीपुर, अररिया एवं अरवल द्वारा क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया गया है. इसके अलावा चतुर्थ एवं पंचम स्थान क्रमशः नालन्दा व किशनगंज जिला द्वारा प्राप्त किया गया. वर्तमान में वर्ष 2024 के लिए पोर्टल पर प्राप्त आंकड़ों के आधार पर विद्यालयों की संख्या के अनुपात में की गयी गतिविधियों का अवलोकन किया गया. अवलोकनोपरान्त जिला बेगूसराय, समस्तीपुर एवं अररिया द्वारा क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किये हैं. इसके अलावा चतुर्थ एवं पंचम स्थान क्रमशः दरभंगा व लखीसराय द्वारा प्राप्त किया गया. राष्ट्रीय पोषण माह 2024 के आयोजन में राष्ट्रीय स्तर पर बिहार राज्य का प्रदर्शन द्वितीय रहा है, जिसमें इन जिलों की भागीदारी सराहनीय है. विभाग स्तर पर यह निर्णय लिया गया है कि वर्ष 2023 एवं 2024 में अव्वल करने वाले जिलों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा. वर्ष 2023 में 68818 व वर्ष 2024 में जिले के 2416 विद्यालय में 202960 गतिविधियों का आयोजन किया गया. वर्ष 2024 में समस्तीपुर द्वारा देश में जिला स्तर पर सर्वाधिक गतिविधियों का आयोजन किया गया. वहीं, गुजरात का वलसाड देशभर में दूसरे स्थान पर रहा.

Samastipur tops in MDM activities: खाद्य पदार्थों का फोर्टिफिकेशन कर पोषण गुणवत्ता को बढ़ावा देना

मध्याह्न भोजन योजना एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसे वर्ष 1995 में शुरू किया गया था. सितंबर 2021 में शिक्षा मंत्रालय द्वारा इस योजना का नाम बदलकर प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना कर दिया गया. उत्क्रमित मध्य विद्यालय लगुनियां सूर्यकण्ठ के एचएम सौरभ कुमार बताते है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को निर्दिष्ट पोषण मानदंडों के साथ मुफ्त पका हुआ भोजन उपलब्ध कराना, इस योजना का उद्देश्य है. साथ ही वंचित वर्गों के गरीब बच्चों को नियमित रूप से स्कूल आने और कक्षा के कार्यकलापों पर ध्यान केन्द्रित करने में सहायता करना है. प्राथमिक स्तर पर प्रत्येक बच्चे को 450 कैलोरी और 12 ग्राम प्रोटीन तथा उच्च प्राथमिक स्तर पर 700 कैलोरी और 20 ग्राम प्रोटीन उपलब्ध कराना व खाद्य पदार्थों का फोर्टिफिकेशन कर पोषण गुणवत्ता को बढ़ावा देना. पीएम पोषण योजना में तिथि भोजन की अवधारणा को व्यापक रूप से बढ़ावा दिया जा रहा है. तिथि भोजन एक सामुदायिक भागीदारी कार्यक्रम है, जिसमें लोग विशेष अवसरों / त्योहारों पर बच्चों को विशेष भोजन प्रदान करते हैं. उदाहरण के तौर पर किसी त्योहार या विशेष तिथि यानि 15 अगस्त, 26 जनवरी या फिर दूसरे किसी मौके पर किसी व्यक्ति द्वारा स्कूल में आकर बच्चों विशेष भोजन कराने की छूट दी गई. अभी तक स्कूल में सिर्फ मिड-डे-मील के तहत बनने वाले भोजन मिलता रहा है.

Samastipur tops in MDM activities: इन गतिविधियां में रहा समस्तीपुर अव्वल

बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध करानाबच्चों में कुपोषण को कम करना

बच्चों को नियमित रूप से स्कूल जाने के लिए प्रोत्साहित करनाबच्चों में समानता की भावना और समुदाय के प्रति अपनेपन की भावना विकसित करनाबच्चों को प्रकृति और बागवानी का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करना

स्कूलों में पोषण उद्यानों का विकास करनाएनीमिया के उच्च प्रतिशत वाले जिलों में बच्चों को पूरक पोषण सामग्री प्रदान करना

योजना के आवेदन में पारदर्शिता और जवाबदेही लानागैर-लाभकारी संगठनों के साथ साझेदारी करना

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