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नौकरी का झांसा देकर दर्जनों लोगों को ठगी का शिकार बना चुके राकेश उर्फ अमित के शार्गिर्दों की तलाश तेज

स्वास्थ्य विभाग में नौकरी के नाम पर दर्जनों युवाओं को ठगी का शिकार बना चुके जालसाज राजेश रौशन उर्फ अमित पाण्डेय ने राज्य के कई जिलों में अपना नेटवर्क फैला रखा है.

समस्तीपुर: स्वास्थ्य विभाग में नौकरी के नाम पर दर्जनों युवाओं को ठगी का शिकार बना चुके जालसाज राजेश रौशन उर्फ अमित पाण्डेय ने राज्य के कई जिलों में अपना नेटवर्क फैला रखा है. सीमावर्ती नालंदा, गया, किशनगंज, दरभंगा, पटना, जहानाबाद, मुजफ्फरपुर, वैशाली और मधुबनी में कई सक्रिय सदस्य हैं. इसमें कई सरकारी कर्मी भी शामिल हैं. आरोपित से प्रारंभिक पूछताछ में स्थानीय नगर पुलिस को कई अहम जानकारी प्राप्त हुई है. उसके आधार पर पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है. ज्ञातव्य हो कि मंगलवार सुबह पटना और जहानाबाद से आए दर्जनों लाेगों ने शहर के पंजाबी कालोनी मुहल्ला के समीप आरोपित राकेश रौशन उर्फ अमित पाण्डेय को धोखाधड़ी के आरोप में घेर लिया और स्थानीय नगर पुलिस के हवाले कर दिया. इस बाबत पीड़ित पक्ष के ओर से जहानाबाद के घोषी थाना क्षेत्र के अतियाम निवासी बिमलेश कुमार ने नगर थाना में एक आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराई है. बताया है कि आरोपित राजेश रौशन ने अपना नाम अमित पाण्डेय बताकर उसके रिश्तेदार व परिवार के लोगों को स्वास्थ्य विभाग में चपरासी और क्लर्क की नौकरी दिलाने का वादा किया. बाद में नौकरी के नाम पर करीब 90 लाख अधिक रुपये ठगी कर लिया. अधिकांश रुपये कैश में लिए और कुछ अपनी पत्नी अर्चना कुमारी के बैंक अकाउंट पर ट्रांसफर कराया. गिरफ्तार आरोपित राकेश रौशन उर्फ अमित पाण्डेय मुजफ्फरपुर के गायघाट थाना के रेलानगर इलाके का रहने वाला बताया गया है. पिछले कई साल से नगर थाना क्षेत्र के पंजाबी कालोनी मुहल्ला में किराए के मकान में रहता है. पूर्व में स्थानीय कई लोगों को भी ठगी का शिकार बना चुका है. सूत्रों की मानें तो आरोपित राकेश रौशन की दो पत्नी है. दोनों अलग-अलग रहती है. युवाओं का ठगी का शिकार बनाने के लिए वह पहली पत्नी अर्चना कुमारी के नाम से वह मोबाइल सिम का उपयोग कर रहा था. राजेश रौशन उर्फ अमित पाण्डेय के साथ गिरोह में कई सरकारी कर्मी भी शामिल हैं. इधर, नगर में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर आरोपित राकेश रौशन उर्फ अमित पाण्डेय को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है. थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने बताया कि मामले की छानबीन जारी है.

शिकायत पत्र और प्राथमिकी में फेरबदल, 90 लाख की जगह 50 लाख का आरोप

स्वास्थ्य विभाग में नौकरी के नाम पर दर्जनों युवाओं को ठगी का शिकार बना चुके जालसाज राकेश रौशन उर्फ अमित पाण्डेय पर पुलिस मेहरबान है. बुधवार को काफी जद्दोजदह के बाद नगर थाना में उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई. जिसके बाद पुलिस ने आरोपित को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा. इससे पूर्व बांड पेपर पर समझौते का प्रयास किया गया. लेकिन, पीड़ित पक्ष इसके लिए तैयार नहीं थे. बाद में पीड़ित पक्ष ने स्थानीय पुलिस को आवेदन देकर आरोपित के विरुद्ध धोखाधड़ी की शिकायत की. पुलिस ने शिकायत पत्र में त्रुटि बताकर कई बार आवेदन में फेरबदल कराया. बाद में जो प्राथमिकी दर्ज की गई उसमें 90 लाख की जगह 50 लाख घोखाधड़ी की शिकायत की गई. पीड़ित पक्ष के लोगों ने बताया कि उन्होंने 90 लाख धोखाघड़ी की शिकायत की और जो पुलिस थाना में शिकायत पत्र की प्रतिलिपि प्राप्त हुई, उसमें भी 90 लाख धोखाधड़ी की शिकायत है. बाद में पुलिस ने शिकायत पत्र में त्रुटि बताकर फेरबदल किया. दर्ज प्राथमिकी में 90 लाख की जगह 50 लाख धोखाधड़ी की शिकायत है. साथ ही एक आरोपित का नाम भी हटा दिया गया है. वह वैशाली के भगवानपुर प्राथमिकी स्वास्थ्य केंद्र का एक चिकित्सा कर्मी है. एएसपी संजय पाण्डेय ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद साइबर डीएसपी आशीष राज को इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का निर्देश दिया गया है. शिकायतकर्ता के आरोप की जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी. पुलिस थाना में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

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