सरकारी राशि खर्च करने में लापरवाही बरतने पर बीईओ से शोकाॅज

लापरवाही बरतने के मामले में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्राथमिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान मानवेंद्र कुमार राय ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से स्पष्टीकरण किया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 6, 2025 11:29 PM

समस्तीपुर : जिले के 15 प्रखंड संसाधन केंद्र अंतर्गत सरकारी राशि खर्च करने में लापरवाही बरतने के मामले में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्राथमिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान मानवेंद्र कुमार राय ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से स्पष्टीकरण किया. डीपीओ ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से पत्र प्राप्ति के तीन दिनों के अंदर क्यों नहीं आपके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई करने के लिए अनुशंसा की जाये, को लेकर स्पष्टीकरण किया है. 2 दिसंबर 2024 को प्रखंड संसाधन केंद्र, काम्प्लैक्स रिसोर्स सेंटर और विद्यालयों को राशि व्ययन करने के लिए आदेश निर्गत किया था. प्रखंड संसाधन केंद्र सरायरंजन, दलसिंहसराय, मोहिउद्दीननगर, उजियारपुर एवं रोसड़ा में निकासी अधिसीमा निर्धारण के विरुद्ध व्ययन में शिथिलता बरती गई. जबकि, उक्त प्रखंड में सभी व्ययन इकाइयों को मिलाकर कुल 25 प्रतिशत से भी कम है, जिससे जिले की रैंकिंग प्रभावित होती है. साथ ही व्यय करने एवं व्यय के अनुश्रवण से शिथिलता बरते जाने को परिलक्षित करता है. प्रखंड संसाधन केंद्र को निकासी अधिसीमा निर्धारण के बावजूद राशि व्यय करने में शिथिलता बरती जा रही है. प्रखंड संसाधन केंद्र शिवाजीनगर, सिंघिया, कल्याणपुर, ताजपुर, मोरवा, पूसा, वारिसनगर, हसनपुर, सरायरंजन, मोहिउद्दीनगर, उजियारपुर एवं रोसड़ा में राशि व्यय शून्य है. जिसके कारण सरकारी राशि अवरुद्ध पड़ी है. इसका वित्तीय नुकसान बिहार राज्य से हो रहा है. राशि खर्च नहीं होने के कारण राज्य स्तरीय कार्यालय द्वारा बैठक में असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है, जो खेदजनक है. प्रखंड संसाधन केंद्र विद्यापतिनगर, खानपुर, दलसिंहसराय, रोसड़ा एवं सरायरंजन में काम्प्लैक्स रिसोर्स सेंटर को निकासी अधिसीमा निर्धारण के बावजूद राशि व्यय करने में शिथिलता बरती जा रही है. प्रखंड संसाधन केंद्र अंतर्गत काम्प्लैक्स रिसोर्स सेंटर का व्यय शून्य है. जिसके कारण सरकारी राशि अवरुद्ध पड़ी है. इसका वित्तीय नुकसान बिहार राज्य में हो रहा है. साथ ही व्यय नहीं होने के कारण राज्य स्तरीय कार्यालय द्वारा असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा राशि व्यय की अनुश्रवण में बरती जा रही शिथिलता को परिलक्षित करता है.

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