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खेल हमारे जीवन की आवश्यकता : एडीआरएम

केंद्रीय विद्यालय, पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर के परिसर में मंगलवार से दो दिवसीय रीजनल स्पोर्ट्स मीट के तहत जूडो खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ.

By Prabhat Khabar News Desk | July 30, 2024 11:51 PM

समस्तीपुर : केंद्रीय विद्यालय, पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर के परिसर में मंगलवार से दो दिवसीय रीजनल स्पोर्ट्स मीट के तहत जूडो खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ. इस खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ एडीआरएम आलोक कुमार झा, स्कूल के प्राचार्य जितेंद्र कुमार ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया. टूर्नामेंट में केंद्रीय विद्यालय समस्तीपुर के अलावा केंद्रीय विद्यालय दानापुर कैंट फर्स्ट शिफ्ट व सेकेंड शिफ्ट, केंद्रीय विद्यालय खगौल पटना, केंद्रीय विद्यालय आईआईटी बिहटा, केंद्रीय विद्यालय कटिहार, केंद्रीय विद्यालय बेली रोड के कुल 99 बच्चे (14-19 वर्ष) आयु वर्ग में भाग ले रहे हैं. दो दिनों के दौरान 80 से अधिक जूडो मैच खेले जाएंगे. इस टूर्नामेंट में विजेता बनने वाले खिलाड़ी और स्कूल दिल्ली में होने वाले नेशनल खेल प्रतियोगिता में भाग लेंगे. खेल प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए एडीआरएम आलोक कुमार झा ने कहा कि खेल हमारे जीवन का आवश्यक हिस्सा है. स्वस्थ शरीर और दिमाग काे विकसित करने के लिए खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. खेल कई प्रकार के होते हैं, जाे हमारे शारीरिक के साथ मानसिक विकास में मदद करते हैं. लगातार पढ़ाई के दौरान कई बार तनाव की स्थिति होती है. ऐसे में खेल इस तनाव को दूर करने का बेहतर माध्यम है. स्कूल के प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि जिस तरह दिमाग का सही विकास के लिए शिक्षा जरूरी है, उसी तरह शारीरिक विकास के लिए खेल महत्वपूर्ण हैं. शिक्षा के माध्यम से हम टीम भावना नहीं सीख सकते, लेकिन खेल से यह संभव है. उद्घाटन समारोह के मौके पर पर्यवेक्षक के रूप में केंद्रीय विद्यालय महाराजगंज के प्रधानाचार्य एचके साहू, सीनियर डीपीओ राजीव रंजन आदि शामिल हुए. धन्यवाद ज्ञापन स्कूल के वरिष्ठ शिक्षक बैजू सिंह ने किया. विभिन्न जिलों से आए खिलाड़ियों के लिए केंद्रीय विद्यालय परिसर में ही रहने और खाने-पीने की व्यवस्था की गई है. जूडो एक मार्शल आर्ट है, जो प्रतिद्वंद्वी को गिराने के लिए त्वरित गति और उत्तोलन के उपयोग पर जोर देता है. इसकी तकनीक आम तौर पर प्रतिद्वंद्वी के बल को सीधे विरोध करने के बजाय अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने के लिए होती है.

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