समस्तीपुर : शहर के आरएसबी इंटर स्कूल के सभागार में जिला के गणित और विज्ञान के साठ शिक्षकों का स्टेम एजुकेशन पर आधारित तीन दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ. भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान पुणे एवं स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग पटना के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस प्रशिक्षण शिविर के राज्य समन्वयक मो. तकी ने अपने मार्गदर्शन में प्रशिक्षण दिया. इंस्पायर अवार्ड मानक के बारे में मो. तकी ने विस्तारपूर्वक अवगत कराया. पूर्व से प्रशिक्षण प्राप्त जिले के चार इनोवेशन चैंपियन मनीष चंद्र प्रसाद, सुरेश कुमार, उर्मिला कुमारी एवं डॉ विकास कुमार गुप्ता ने अपने-अपने विषय पर प्रशिक्षण देकर मास्टर ट्रेनर की महती भूमिका निभाई. प्रशिक्षण समापन के उपरांत विदाई समारोह एवं सर्टिफिकेट वितरण का आयोजन किया गया. प्रचंड गर्मी के बावजूद इस प्रशिक्षण शिविर में सभी शिक्षकों ने गंभीरता से अपनी प्रतिभागिता दी. उच्च माध्यमिक विद्यालय गंगसारा, सरायरंजन के जंतु विज्ञान विषय के शिक्षक सह इनोवेशन चैंपियन मनीषचन्द्र प्रसाद ने बताया कि स्टेम शिक्षा एक शिक्षण पद्धति है जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, कला और गणित को विद्यार्थियों की जिज्ञासा, संवाद और आलोचनात्मक सोच को दिशा देने के लिए पहुंच बिंदु के रूप में उपयोग करती है. हाल ही में किए गए शोध से पता चलता है कि स्टेम छात्रों की उपलब्धि और शिक्षक की प्रभावकारिता को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने के लिए एक आशाजनक दृष्टिकोण है. जगतारणी उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय कुमार के गणित शिक्षक, इनोवेशन चैम्पियन सह मास्टर ट्रेनर सुरेश कुमार ने गणित विषय को रोचक बनाकर पढ़ाने की विधि से अवगत कराते हुए कई प्रेरणादायक प्रसंग भी सुनाया. प्लस टू उच्च माध्यमिक विद्यालय अख्तियारपुर खजूरी की मास्टर ट्रेनर व इनोवेशन चैम्पियन उर्मिला कुमारी के विज्ञान विषय को आकर्षित ढंग से पढ़ाने की विधि को सराहा गया. उच्च माध्यमिक विद्यालय छेछनी बिथान के विज्ञान शिक्षक इनोवेशन चैंपियन सह मास्टर ट्रेनर डॉ विकास कुमार गुप्ता ने इलेक्ट्रिक सर्किट के बारे में विस्तार से बताया. कार्यक्रम सहायक मो० शफीक ने धन्यवाद ज्ञापन दिया.
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