बेहोशी की हालत में पूर्व जिला परिषद व उसके मित्र के जेब से निकाला था मोबाइल व रुपये, दो गिरफ्तार
मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के बखरी गांव निवासी पूर्व जिला परिषद सदस्य सह राजद नेता रंजीत राय की मौत मामले में जांच कर रही स्थानीय पुलिस को अनुसंधान में कई अहम सुराग मिले.
समस्तीपुर : मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के बखरी गांव निवासी पूर्व जिला परिषद सदस्य सह राजद नेता रंजीत राय की मौत मामले में जांच कर रही स्थानीय पुलिस को अनुसंधान में कई अहम सुराग मिले. इसके आधार पर पुलिस ने रविवार शाम छापेमारी कर घटनास्थल के पास से ही दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गये आरोपितों की पहचान मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के हरपुर एलौथ वार्ड 44 निवासी विश्वेश्वर राम के पुत्र जटहु राम और विवेक पासवान के पुत्र राज कुमार के रुप में हुई है. पकड़े गये आरोपितों के पास से पुलिस को पूर्व जिला परिषद सदस्य और उसके एक मित्र का गायब मोबाइल बरामद हुआ है. सोमवार को सदर अनुमंडल पुलिस कार्यालय में प्रेसवार्ता कर एएसपी संजय पाण्डेय ने मामले का पर्दाफाश किया. बताया कि बीते एक फरवरी की शाम मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के हरपुर एलौथ स्थित एक निजी विद्यालय के समीप पूर्व जिला परिषद सदस्य रंजीत राय और उसके मित्र सुनील राय काे अचेतावस्था में पुलिस ने बरामद किया. इलाज के लिए तत्काल सदर अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां सदर अस्पताल में चिकित्सकों ने स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत रंजीत राय को मृत घोषित कर दिया. इस बाबत मृतक के पिता रामजतन राय ने स्थानीय पुलिस को एक लिखित आवेदन देकर घटना के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इसमें अपने पुत्र की हत्या की आशंका व्यक्त करते हुए अज्ञात को आरोपित किया था. मामला संज्ञान में आने के बाद स्थानीय पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी. घटना के बाद से ही मृतक रंजीत राय और उसके मित्र सुनील राय का मोबाइल गायब था. घटना के करीब चार माह बाद पुलिस के तकनीकी अनुसंधान की मदद से दोनों गायब मोबाइल का पता चला. पुलिस ने मोबाइल के साथ दो आरोपित को गिरफ्तार कर लिया. छापेमारी दल में मुसरीघरारी थानाध्यक्ष फैजुल अंसारी, डीआइयू शाखा प्रभारी अजीत प्रसाद सिंह, दारोगा शैलेन्द्र कुमार, अमित कुमार, सिंकदर कुमार, सिपाही अखिलेश कुमार समेत सशस्त्र बल शामिल रहे.
बेहोशी की हालत में जेब से निकाला था मोबाइल और रुपये
पूछताछ में पकड़े गये दोनों आरोपित ने पुलिस को इस घटना के बारे में कई अहम जानकारी दी है. एएसपी ने बताया कि आरोपित जटहु राम हरपुर एलौथ में भूंजा की दुकान है. वहीं, आरोपित राजा कुमार अपने पिता के साथ गाना-बजाना का काम करता है. बीते एक फरवरी को राजा मुजफ्फरपुर में गाना-बजाने का प्रोग्राम कर अपने घर आया था. पान मसाला खाने के लिए पास के ही एक दुकान पर पहुंचा. वहां जटहु राम अपनी दुकान का सामान समेट रहा था. उसने राजा को देखते ही दुकान का सामान समेटने के लिए कहा. इसके बदले वह राजा को गुटखा खिलाने की बात कह दी. राजा उसकी दुकान का सामान सिमट कर अंदर रख दिया. इस क्रम में जटहु ने राजा को बताया कि उसकी दुकान के पीछे मकई खेत में दो व्यक्ति बेसुध पडे हैं. इसके बाद राजा और जटहु मकई खेत में पहुंचे. जहां पूर्व जिला परिषद और उसके मित्र मुंह के बल जमीन पर बेसुध हालत में थे. दोनों के मुंह से गाज निकल रहा था. घटनास्थल के पास ही एक सुई फेंकी हुई थी. इसके बाद जटहु ने रंजीत राय के जेब से 800 रुपये, आधार कार्ड, मोबाइल और सुनील की जेब से मोबाइल निकाल लिया. मोबाइल से सिम निकालकर मुंह में चबाकर जमीन पर फेंक दिया. इसके जटहु ने राजा को बताया कि दोनों उसकी दुकान के पीछे बेसुध पड़े हैं. लोगों को उस पर शक हो सकता है. इसके बाद दोनों ने चोरी के रुपये और एक एक मोबाइल बांट लिया. रात होने का इंतजार करने लगे. अंधेरा ढलते ही खेत में बेसुध पड़े जिला परिषद और उसके मित्र को घसीटकर थोड़ी दूर चाय दुकान के पास लाकर रख दिया. इसके बाद दोनों अपने घर चले गये. एएसपी ने बताया कि हरपुर एलौथ में जटहु राम की भूंजा का दुकान है. वहीं आसपास बीते 1 फरवरी को पूर्व जिला परिषद रंजीत राय और उसके एक मित्र को बेहोशी की हालत में बरामद किया था. पूछताछ में पकड़े गये दोनों आरोपितों ने बताया कि घटनास्थल पर दोनों को बेहोशी की हालत में देखकर उन्होंने सिर्फ मोबाइल और रुपये चोरी की थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है