छात्र आंदोलनों को प्राथमिकी के जरिए दबाने की कोशिश बंद हो : संयुक्त छात्र मोर्चा
मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान आइसा- एसएफआई- एआईएसएफ- एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने छात्रों से जुड़े विभिन्न मांगों को ले मुख्यमंत्री से मिलने की मांग कर रहे थे.
समस्तीपुर : समाहरणालय स्थित संघ भवन में संयुक्त छात्र मोर्चा द्वारा आयोजित प्रेस काॅन्फ्रेंस को मोर्चा के संयोजक सह आइसा जिला सचिव सुनील कुमार सिंह, एसएफआई जिला अध्यक्ष नीलकमल कुमार, एआईएसएफ सुधीर कुमार व एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष राजन वर्मा ने संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए कहा कि गत दिनों मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान आइसा- एसएफआई- एआईएसएफ- एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने छात्रों से जुड़े विभिन्न मांगों को ले मुख्यमंत्री से मिलने की मांग कर रहे थे. लेकिन मिलने और छात्रों के सवालों को सुनने के बजाय छात्रों पर लाठीचार्ज करा कर प्राथमिक दर्ज करायी गयी, जो सरकार की दमनात्मक नीति है. जिला प्रशासन द्वारा प्रदर्शनकारी छात्रों पर प्राथमिकी दर्ज कर छात्र युवाओं के लोकतांत्रिक अधिकार को दबा नहीं सकती है. छात्र युवा बीपीएससी पीटी परीक्षा पुनः आयोजित करने, प्रतियोगिता परीक्षा को पारदर्शी व कदाचार मुक्त कराने कि सख्त नीति बनाने को लेकर आंदोलन जारी रखेगा. मोर्चा के नेताओं ने कहा कि जिला प्रशासन छात्रों पर से बिना शर्त प्राथमिकी वापस ले अन्यथा जिला के सभी अनुमंडलों में छात्रों से जनसंवाद कर 19 जनवरी को सीएम का पुतला दहन व 21 जनवरी को शहर में छात्र-पंचायत आयोजित कर बड़े आंदोलन की ओर संयुक्त छात्र मोर्चा आगे बढ़ेगा. इसमें कई छात्र युवा संगठन शामिल होंगे. मौके पर आइसा जिला उपाध्यक्ष दीपक यदुवंशी, जिला कमेटी सदस्य उदय कुमार, विशाल कुमार, नीतीश कुमार, एआईएसएफ विवि संयोजक अविनाश कुमार, एनएसयूआई के मुकेश कुमार, जिला सचिव आइसा सह मोर्चा संयोजक सुनील कुमार सिंह आदि मौजूद थे.
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