समस्तीपुर : कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं अब एनसीसी को वैकल्पिक विषय के रूप में चुन सकते हैं. इसके लिए उन्हें एनसीसी कैडेट के रूप में नामांकित होना होगा. इस तरह वे एनसीसी की ट्रेनिंग के साथ-साथ पढ़ाई भी कर सकेंगे और उन्हें इसके लिए शैक्षणिक क्रेडिट भी मिलेगा. एनसीसी की ट्रेनिंग पूरी हो जाने पर उन्हें एनसीसी बी और सी सर्टिफिकेट भी दिया जायेगा, जिससे उन्हें नौकरी पाने में मदद मिलेगी. एनसीसी को वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल करने को लेकर यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों व कॉलेजों को दिशा-निर्देश जारी कर दिया है. यूजीसी ने कहा है कि नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) को वैकल्पिक विषय के रूप में रखने के लिए छात्र को एनसीसी का हिस्सा होना जरूरी होगा. वैकल्पिक विषय केवल उन छात्र को दिया जा सकता है जो एनसीसी कैडेट के रूप में नामांकित हैं या एनसीसी में शामिल होंगे. विश्वविद्यालयों व कॉलेजों को कहा गया है कि वे इस विषय पर ध्यान देंगे और छात्र को जागरूक करेंगे. एनसीसी ने नयी शिक्षा नीति 2020 के साथ एक स्टैंडर्ड और यूनिवर्सल रूप से लागू सामान्य वैकल्पिक क्रेडिट सिलेबस विकसित किया है. नामांकित छात्रों को उनके एनसीसी प्रशिक्षण के लिए शैक्षणिक क्रेडिट स्कोर अर्जित करने और एनसीसी बी और सी प्रमाण पत्र प्राप्त करने का लाभ मिलेगा.
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