समस्तीपुर : सक्षमता परीक्षा उतीर्ण करने के बाद स्थानीय निकाय के शिक्षकों को दूसरे स्कूल में पदस्थापित करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. शिक्षा विभाग के जिला स्थापना पदाधिकारी ने जिलाभर के सभी प्रखंड के प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी से विषयवार रिक्तियां मांगी है. इसे लेकर सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भी भेजा गया है. पत्र के माध्यम से यह मांग की गई है कि कक्षा 1-5, कक्षा 6-8, कक्षा 9-10 और कक्षा 10-12 के लिए जो शिक्षक अभी कार्यरत हैं, उनकी सूची विभिन्न प्रपत्रों में देनी है. इस सूची में नियमित शिक्षक, नियोजित शिक्षक, बीपीएससी शिक्षक और 34540 कोटी के शिक्षकों की सूचना भी उपलब्ध कराना है. अगर प्रपत्र में अंकित विषय के अलावा भी अगर किसी अन्य विषय का शिक्षक प्रखण्ड क्षेत्र में कार्यरत है उसकी सूचना उपलब्ध करानी है. विभिन्न विद्यालय से प्राप्त आंकड़ा प्रखंड स्तर पर समेकन के उपरांत सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी समेकित प्रतिवेदन को अपने प्रखण्ड के सभी प्रधानाध्यापक को साझा करेंगे. ताकि इसमें किसी भी प्रकार के त्रुटि का निराकरण किया जा सकेगा. साथ ही जिला के कई विद्यालय टैग और शिफ्ट करके चलाया जा रहा है. उन विद्यालय के शिक्षकों की भी सूचना देना है. इन सभी विद्यालय के शिक्षकों के विषयवार जानकारी के बाद सभी सक्षमता परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों को ने विद्यालय में पदस्थापित किया जायेगा. साथ ही उन्हें सरकारी नौकरी का दर्ज मिलेगा. विदित हो कि जिले के 9400 शिक्षक विभागीय दिशा-निर्देश के आलोक में सक्षमता परीक्षा दी थी. इनमे से 8742 शिक्षक इस परीक्षा में उत्तीर्ण हुए. पहले चरण की सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण जिले के विशिष्ट शिक्षकों का जून में पता बदल जायेगा. फिलहाल ये शिक्षक जिले के अलग-अलग प्रखंडों में कार्यरत हैं. विभागीय तैयारी के अनुसार इन शिक्षकों को नगर क्षेत्र में स्थानांतरित किया जायेगा. दरअसल, चुनावी प्रक्रिया समाप्त होने के बाद सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा दिया जाना है. इन शिक्षकों को जिला शिक्षा विभाग ग्रामीण इलाकों से शहरी क्षेत्र में भेजेगा. इसको लेकर विभागीय तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने समस्तीपुर समेत सभी जिलों में शिक्षकों की रिक्तियों की सूची तैयार कर भेजने का निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिया था. डीईओ कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने बताया कि सभी प्रखंडों से शिक्षकों की रिक्तियों का ब्योरा जुटाया जा रहा है. जल्द ही सूची तैयार कर ली जायेगी. इधर बिहार सक्षमता परीक्षा टू का नोटिफिकेशन आ चुका है. ऐसे उम्मीदवार, जिन्होंने सक्षमता परीक्षा 2024 (प्रथम) आवेदन पत्र भरा था और परीक्षा शुल्क भी जमा किया था, लेकिन किसी कारणवश परीक्षा नहीं दे पाये थे, वह द्वितीय परीक्षा दे सकते हैं. उन्हें अलग से कोई परीक्षा शुल्क नहीं देना होगा. सक्षमता परीक्षा (प्रथम) में अनुत्तीर्ण शिक्षक द्वितीय परीक्षा दे सकते हैं. जिन उम्मीदवारों को सक्षमता परीक्षा (प्रथम) में सफल होने के बाद प्रथम विकल्प का जिला आवंटन हुआ है, वह भी बेहतर मार्क्स के लिए यह परीक्षा दे सकते हैं. बिहार सक्षमता परीक्षा (प्रथम) में सफल होने वाले जिन शिक्षकों को द्वितीय या तृतीय विकल्प का जिला मिला है और वह आवंटित जिले से संतुष्ट नहीं हैं, वह भी द्वितीय परीक्षा में शामिल हो सकते हैं. जो अभ्यर्थी पहली बार की बिहार सक्षमता परीक्षा में फेल हो गये थे या किसी कारणवश एग्जाम ही नहीं दे पाए थे, वह भी द्वितीय परीक्षा दे सकते हैं.
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