Suggestion to do co-cropping farming: गन्ना उत्पादक किसानों को सह फसली खेती करने का सुझाव
Suggestions to farmers to do co-cropping farming
हसनपुर : स्थानीय चीनी मिल परिक्षेत्र के नयानगर सर्किल के रामपुर कचहरी ग्राम में मुख्यमंत्री गन्ना विकास तहत कृषक प्रशिक्षण गोष्ठी हुई. सहायक निदेशक ईख विकास समस्तीपुर एवं हसनपुर चीनी मिल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित गोष्ठी में कृषि विज्ञान केन्द्र खोदाबंदपुर के कृषि वैज्ञानिक डा. राम गोपाल, डा नवनीश, चीनी मिल के कार्यपालक अध्यक्ष रवीन्द्र कुमार तिवारी, उपाध्यक्ष गन्ना सुरेंद्र पाल सिंह एवं उप महाप्रबंधक गन्ना सुग्रीव पाठक ने संबोधित किया. वैज्ञानिकों ने किसानों को गन्ना फसल की शरदकालीन बुआई एवं साथ में सह फसली खेती से होने वाले लाभ पर विस्तार से जानकारी दी. कार्यपालक अध्यक्ष रवीन्द्र कुमार तिवारी ने किसानों से अधिक-से-अधिक क्षेत्रफल में शरदकालीन गन्ना बुआई करने की अपील करते हुए ऊपरी भूमि में सीओ 0118, सीओजे 85, सीओएल्के 14201 एवं जल जमाव वाली निचली भूमि में सीओ 98014, सीओएलके 94184 प्रजाति के गन्ने की खेती की सलाह दी. उपाध्यक्ष गन्ना सुरेंद्र पाल सिंह ने किसानों से गन्ना खेती में नई तकनीक को अपनाने का सुझाव दिया. जिससे कि उन्हें कम लागत में अधिक पैदावार का लाभ मिल सके. उन्होंने कृषकों को जानकारी देते हुए बताया कि अपने खेत में 4-5 फुट की दूरी पर ट्रेंच विधि से गन्ना बुआई करें. महाप्रबंधक गन्ना सुग्रीव पाठक ने किसानों को सिंगल बड़ पौधे से गन्ना की खेती की विधि एवं उससे होने वाले फायदे की विस्तृत जानकारी दी. किसानों को गन्ना की खेती में खेत के अनुकूल स्वस्थ एवं समुचित गन्ना बीज के चुनाव पर जरूरी सुझाव दिया. वरीय प्रबंधक गन्ना टीके मंडल ने किसानों को अपने खेतों में जैविक खाद का अधिक-से-अधिक प्रयोग करने की सलाह दी. मौके पर सुरेंद्र पाल सिंह, सुग्रीव पाठक, पुनीत चौहान, अनुज मालिक, शंभू चौधरी, विपुल कुमार सिंह, संदीप पाटिल, उमेश भारती, घनश्याम कुमार, मोहन कुमार, मोहन प्रसाद राय, किसान चंदन कुमार, धर्मेंद्र प्रसाद सिंह, रामसखा राय, बमबम सिंह, बीरेंद्र कुमार सिंह, घनश्याम झा, युगेश्वर यादव, सुदर्शन सिंह आदि थे.
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