युवाओं में स्वावलंबन व आत्मनिर्भरता से ही देश बनेगा सशक्त
आज के वैश्वीकरण के दौर में देश की आर्थिक विकास के लिए युवाओं में क्षमता व श्रम गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सरकार कौशल विकास के प्रति तत्पर है.
मोहिउद्दीननगर : आज के वैश्वीकरण के दौर में देश की आर्थिक विकास के लिए युवाओं में क्षमता व श्रम गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सरकार कौशल विकास के प्रति तत्पर है. वहीं, युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने व स्वरोजगार से जोड़ने के लिए सरकार कृतसंकल्पित है. कौशल विकास व कार्य गुणवत्ता का मूल्यांकन करके हम अपने जीवन लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं. यह बातें सूरज नारायण सेवा समिति के सभागार में रविवार को तीन दिवसीय रोजगार उन्मुखीकरण कार्यशाला के समापन के दौरान बैंगलुरु से आए प्रशिक्षक सीपी निकोलस ने कही. कार्यशाला की अध्यक्षता उमाशंकर सिंह ने की. प्रशिक्षक सजेश मैथ्यू ने कहा कि कौशल विकास के माध्यम से काम करने की क्षमता लेने की शक्ति, समय प्रबंधन, स्वप्रेरणा, संघर्ष व समाधान, नेतृत्व, अनुकूल निदान आदि की कुशलता प्राप्त करने का अवसर मिलता है. वहीं, स्वरोजगार से जुड़कर युवाओं को स्वावलंबन की ओर अग्रसर होने का मौका मिलता है. इससे देश को सशक्त बनने का बल मिलता है. इस दौरान बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में खासकर छोटे रोजगार प्लम्बर, बिजली मिस्त्री, बाइक मिस्त्री आदि से जीवन शैली में बदलाव लाया जा सकता है. प्रशिक्षणोपरांत उत्पादों की गुणवत्ता मांग के अनुरूप बढ़ जाती है. इस प्रकार उत्पादों की मार्केटिंग करने में सुलभता मिलती है. इस दौरान क्षेत्र में सूरज नारायण सेवा समिति के सौजन्य ट्रेनिंग व प्रोडक्शन सेंटर चलाने की बात बताई गई. इस मौके पर धर्मेंद्र यादव, मो. रियाज, सायमा परवीन, पुष्पांजलि कुमारी, सबीना परवीन, निभा कुमारी, खुशी कुमारी, सोनम कुमारी, नीतीश कुमार, राजेश कुमार, पंकज कुमार मौजूद थे.
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