नयी मुसीबत : पानी घटने के साथ अब ढहने लगे हैं गरीबों के आशियाने
दरभंगा : एक माह से अधिक समय से बाढ़ के कारण बेघर समय गुजार रहे बाढ़ पीड़ितों को नई मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. पानी घटने के साथ अब गरीबों के आशियाने ढहने लगे हैं. लगातार झोपड़ियां गिर रही हैं. हालांकि अभी भी बाढ़ का पानी पूरी तरह नहीं निकलने की वजह से उनकी समस्या बरकरार ही है.
दरभंगा : एक माह से अधिक समय से बाढ़ के कारण बेघर समय गुजार रहे बाढ़ पीड़ितों को नई मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. पानी घटने के साथ अब गरीबों के आशियाने ढहने लगे हैं. लगातार झोपड़ियां गिर रही हैं. हालांकि अभी भी बाढ़ का पानी पूरी तरह नहीं निकलने की वजह से उनकी समस्या बरकरार ही है.
मालूम हो कि शहर के वार्ड आठ, नौ व 23 के कई इलाकों में अभी भी दो से तीन फीट पानी जमा है. वार्ड 23 में करीब दो दर्जन झोपड़ियां बाढ़ के कारण जमींदोज हो गयी हैं. पानी के बीचे गिरे घर को देख बाढ़ पीड़ित मायूस होकर शरणस्थली पर लौटने रहे हैं. पासवान टोल व बाजितपुर में कई झोपड़ियां गिर गयी हैं. अभी भी घरों में पानी घुसा हुआ है. कुछ झोपड़ियों को गिरने से बचाने के लिये लोगों ने बांस-बल्ला का सहारा देकर बचाने का नाकाम प्रयास जरूर किया है.
मोहल्ले के पीड़ितों ने बाढ़ से घिरे रहने के कारण जान बचाने के लिये सीएम कॉलेज में शरण ले रखा है. गिरे घर तथा पानी की स्थिति देखने पहुंची सीता देवी, पिंटू पासवान, मुकेश पासवान, रामनाथ पासवान, राम प्रकाश पासवान, अर्जुन पासवान आदि के चेहरे पर मायूसी के भाव साफ नजर आ रहे थे. इनलोगों का कहना था कि मेहनत-मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं.
बाढ़ से बचने के लिये इस उम्मीद पर घर छोड़ा था कि पानी निकलते ही फिर से अपने-अपने घरों में लौट आयेंगे, लेकिन वह घर भी अब नहीं रहा. घर गिर गया है. पानी अभी भी जमा है. कॉलेज में रह रहे हैं. यहां के कर्मी द्वारा 22 अगस्त के बाद कॉलेज छोड़ने की बात कही जा रही है. इस बावत पार्षद गीता देवी ने बताया कि घर क्षतिग्रस्त होने के संबंध में डीएम को आवेदन देकर मदद का अनुरोध किया है.
posted by ashish jha