शिक्षिका का वेतन कटौती कर केजीबीवी में हुई क्षति की भरपाई होगी
विद्यालय परिसर में हुए हंगामा और तोड़फोड़ के मामले को डीईओ कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने गंभीरतापूर्वक लेते हुए मोहनपुर प्रखंड के बीईओ से रिपोर्ट तलब की.
समस्तीपुर : विद्यालय परिसर में हुए हंगामा और तोड़फोड़ के मामले को डीईओ कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने गंभीरतापूर्वक लेते हुए मोहनपुर प्रखंड के बीईओ से रिपोर्ट तलब की. बीईओ ने भी अपनी जांच रिपोर्ट समर्पित करते हुए कहा है कि उमवि सरारी, मोहनपुर में अक्सर विद्यालय व्यवस्था को अवरुद्ध किया जाता है. जिसके मुख्य सूत्रधार एचएम धर्मेन्द्र कुमार राम व शिक्षिका प्रीति कुमारी है. इनके द्वारा विद्यालय में होने वाली किसी भी क्रियाकलाप को स्थानीय लोगो में गलत तरीके से प्रचारित व प्रसारित किया जाता है एवं विद्यालय में अराजक स्थिति उत्पन्न की जाती है. बार- बार इस प्रकार की घटना को देखते हुए एचएम से स्पष्टीकरण मांग की गई थी. परंतु उत्तर संतोष जनक नहीं पाया गया. दो जनवरी को शिक्षिका प्रीति कुमारी द्वारा अनावश्यक रूप से केजीबीवी मोहनपुर के छात्राओं के साथ अवैध व्यवहार किया गया एवं स्थानीय लोगो में गलत सूचना देकर विद्यालय में काफी हंगामा एवं तोड़फोड़ करायी गयी. इसमें विद्यालय एवं केजीबीवी को काफी क्षति हुई है. प्रशासन के हस्तक्षेप से किसी तरह मामला को शांत कराया गया. शिक्षिका प्रीति कुमारी अक्सर विद्यालय के किसी भी मामले का राजनीतिकरण करने में बाज नहीं आती है और इसमें एचएम धर्मेन्द्र कुमार राम का सहयोग आंतरिक रूप से प्रीति कुमारी के प्रति रहता है. एचएम द्वारा बिना सूचना अवकाश स्वीकृति के ही प्रीति कुमारी अक्सर विद्यालय से अनुपस्थित रहती हैं. प्रीति कुमारी एवं अन्य शिक्षकों का कई दिनों का उपस्थिति कॉलम को खाली छोड़ अनुचित लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जाता है. बीईओ ने जांच पड़ताल के बाद स्पष्ट रूप से कहा है कि शिक्षिका प्रीति कुमारी का आचरण शिक्षक जैसा नहीं है. एचएम के सहयोग से शैक्षणिक वातावरण को बर्बाद कर अनुशासन को ताक पर रख देते हैं. बीईओ ने दोनों को निलंबित करते हुए केजीबीवी में हुई क्षति की पूर्ति प्रीति कुमारी के वेतन से कटौती करने की अनुशंसा की है. इधर, डीपीओ स्थापना कुमार सत्यम ने बताया कि बीईओ के प्रतिवेदन के आधार व असंतोषजनक स्पष्टीकरण का उत्तर मिलने के बाद शिक्षिका को निलंबित करते हुए बीईओ दलसिंहसराय कार्यालय व एचएम को भी निलंबित करते हुए बीईओ कार्यालय उजियारपुर मुख्यालय निर्धारित करते हुए विभागीय कार्रवाई के अधीन रखा है. डीईओ ने बताया कि शिक्षक का कार्य मात्र कक्षा में शिक्षण कार्य करने पर ही समाप्त नहीं हो जाता है, बल्कि छात्रों को उचित निर्देशन प्रदान करना, विद्यार्थियों की भावनाओं को समझना, विद्यालय में सामाजिक वातावरण का निर्माण करना है, विभिन्न पाठ्य सहगामी क्रियाओं का संचालन करना है. लेकिन, एचएम व शिक्षिका ने विद्यालय के वातावरण को दूषित कर गुमराह करते थे.
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