उमस भरी गर्मी ने छीनी रातों की नींद व दिन का सुकून
करीब एक सप्ताह से उमस भरी गर्मी का दौड़ जारी है. लोग परेशान हैं. मंद पुरवा हवा वातावरण में उमस घोल रही है. लोगों को कहीं चैन नहीं मिल रहा है.
समस्तीपुर : करीब एक सप्ताह से उमस भरी गर्मी का दौड़ जारी है. लोग परेशान हैं. मंद पुरवा हवा वातावरण में उमस घोल रही है. लोगों को कहीं चैन नहीं मिल रहा है. दिन में बिजली पंखा और कूलर भी गर्मी से राहत दिलाने में सफल नहीं हो पा रहे हैं. शाम ढलने पर कई घंटों तक लोग बेचैनी महसूस करने लगते हैं. रातों की नींद छीन चुकी है. आलम यह है कि देर रात तक लोग खुले आसमान के नीचे राहत पाने के लिए पड़े रहते हैं. लेकिन, वहां भी मच्छरों का प्रकोप दिखता है. लोगों की आंखें मुंदती नहीं कि वह टूट पड़ते हैं. नतीजा लोग सो नहीं पाते हैं. कमोवेश यह हालत शहर से लेकर गांव तक में एक जैसी है. ऐसे में सुबह छह बजे अपने बच्चों को तैयार कर स्कूल भेजने वाली माताओं को और भी परेशानी हो रही है. कामकाजी लोग जैसे-तैसे तैयार होकर समय से घर से तो निकल जाते हैं परंतु रास्ते को पार कर गंतव्य तक पहुंचना मुश्किल होता है. ऐसे में लोग शीत पेय पदार्थ की ओर आकर्षित होते हैं. नतीजा गन्ना रस से लेकर अन्य शीतल पेय पदार्थों की मांग बढ़ी हुई है. जिसका प्रभाव इनकी कीमतों पर दिखने लगा है. उधर, डा राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा स्थित मौसम विभाग की ओर से जारी किये गये पूर्वानुमान में अगले दो दिनों तक इस उमस भरी गर्मी से राहत के संकेत नहीं दिये गये हैं. जिससे पता चलता है कि अभी लोगों को इस उमस भरी गर्मी से दो-चार होते रहना पड़ सकता है. वैसे सुकून की बात यह है कि आगामी 21 व 22 मई के बीच हल्की वर्षा की संभावना जतायी गयी है. यदि पूर्वानुमान सही साबित हुआ तो बारिश के बाद कुछ राहत मिल सकता है. अन्यथा माॅनसून के उतरने तक लोगों को इस उमस भरी गर्मी से जूझना पड़ेगा. इसे सोच-सोच कर आमलोग काफी परेशान हो रहे हैं.
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