समस्तीपुर : अप्रैल में ही सूरज आग उगलने लगा है. तेज धूप व गर्मी से लोग परेशान हैं. शनिवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. सुबह 11 बजे से अपराह्न 3:30 बजे तक लू की स्थिति बनी रही. गर्म व झड़कीली पछिया हवा ने भी लोगों को परेशान रखा. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो-तीन दिनों तक लू की स्थिति बने रहने की संभावना है. जरूरी काम वाले ही धूप और लू में भी घर से बाहर निकलें, उन्हें धूप व लू ने झुलसा कर रख दिया.धूप से बचने के लिये छाता लगा रखे थे, वहीं गमछे से मुंह भी लपेट रखे थे. उसके बावजूद धूप और लू ने लोगों को परेशान कर रखा था. धूप के तेबर सुबह में सूरज निकलने के साथ ही दिखाई देने लगे. धूप के कारण सबसे अधिक परेशानी खेतिहर मजदूरों, स्कूली बच्चों को हुई. तपती धूप में छुट्टी के बाद स्कूलों बच्चों को घर जाना पड़ा. राहगीर धूप से बचने के लिये पेड़ की छांव तलाशते दिखे. दोपहर में सड़क पर लोगों की कम आवाजाही दिखी,वहीं बाजार में भी कम भीड़ थी. शहर में कहीं भी सार्वजनिक जगहों पर पेयजल पोस्ट नहीं होने से गरीब गुरबों को परेशानी हो रही है. कहीं-कहीं सड़क किनारे चापाकल है भी वह पानी नहीं दे रहा. खराब पड़ा हुआ है.
आपदा प्रबंधन ने जारी किया गाइडलाइन
गर्मी को देखते हुये आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा गाइडलाइन जारी किया गया है. कहा है कि भीषण गर्मी और लू चलने से लोगों का जनजीवन प्रभावित होता है. इसे देखते हुये आपदा प्रबंधन विभाग ने नगर विकास एवं आवास विभाग को शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक जगहों पर स्थानीय निकायों द्वारा पियाऊ की व्यवस्था सुनिश्चित करने,अपने क्षेत्राधिकार के खराब चापाकलों का मरम्मत कराने को कहा है. नगरीय क्षेत्र में स्थित आश्रय स्थलों में पेयजल तथा स्लम के निवासियों के लिये आकस्मिक दवाओं की व्यवस्था करनी है. स्वास्थ्य विभाग को सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, रेफरल अस्पतालों, सदर अस्पतालों, अनुमंडलीय अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों में लू से प्रभावित के इलाज की विशेष व्यवस्था करने को कहा है. सभी स्वास्थ्य केन्द्राें और अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस पैकेट, आईभी प्लूड तथा जीवन रक्षक दवाओं की व्यवस्था करनी है. अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था रखनी है. लोकस्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को खराब चापाकलों की मरम्मत, युद्ध स्तर पर कराने को कहा है. भूर्गभीय जल की लगातार समीक्षा करने को कहा है. लू चलने की स्थिति में मनरेगा की कार्य अवधि सुबह 6 बजे से 11 बजे तक तथा अपराह्न 3.30 बजे से 6.30 बजे तक करने को कहा है. श्रम संसाधन विभाग को लू चलने पर कार्य अवधि सुबह 6 बजे से 11 बजे तक तथा अपराह्न 3.30 बजे से 6.40 बजे तक करने को कहा है. कार्य स्थल पर पेयजल की व्यवस्था करने को कहा है. परिवहन विभाग को लू चलने पर वाहनों का परिचालन कम से कम करने को कहा है. सुबह 11 तक से अपराह्न 3.30 बजे तक वाहनों का परिचालन नियंत्रित करने को कहा है.
लू और हीट स्ट्रोक से बचने का सबसे सहज तरीका है, तेज धूप में निकलने से बचे, खासकर सुबह 10 के बाद से चार बजे शाम तक. बहुत जरूरी काम होने पर धूप में निकलना पड़े तो शरीर में फ्लूड की पर्याप्त मात्रा बनाने के लिये ताजे पानी के साथ-साथ नारियल पानी, गन्ने का जूस, नींबू पानी, इलेक्ट्रॉल आदि निश्चित रूप से लें. धूप में निकलना हो तो फूल बाजू के कॉटन कपड़ें पहने, ध्यान रखें कि कपड़े रंग हल्का हो. सूती तौलिये से कान को जरूर ढक लें. फैटयुक्त मसालेदार और शक्कर युक्त खाने से परहेज करें.तेज धूप के दौरान भारी व्यायाम व खेलकूद से बचे. ठंड और एसी कमरे में रहने के बाद तुरंत तेज धूप में नहीं निकलें. शरीर तालमेल बनाने के लिये कुछ समय दें. गर्मी और धूप से बचने से लिये शरीर के इम्यूनिटी को मजबूत बनाये रखना जरूरी है. इसके लिये विटामिन सी युक्त फलों का अधिक से अधिक सेवन करें.
डॉ. शोमेन्दु मुखर्जी, रामबाबू चौक, समस्तीपुर