हार की जीत व जीत की हार से समर्थकों में पसरा रहा सन्नाटा
लोकसभा चुनाव का परिणाम जारी होने से महज कुछ घंटे पहले तक इंडी व एनडीए दोनों ही गठबंधन के नेताओं से लेकर कार्यकर्ता तक के अपने-अपने दावे थे.
समस्तीपुर : लोकसभा चुनाव का परिणाम जारी होने से महज कुछ घंटे पहले तक इंडी व एनडीए दोनों ही गठबंधन के नेताओं से लेकर कार्यकर्ता तक के अपने-अपने दावे थे. परंतु मंगलवार को जैसे ही चुनाव आयोग के निर्देश पर मतों की गिनती शुरू हुई सारे दावे व एक्जिट पोल धराशायी हो गये. बैलेट मतों ने सुबह-सबेरे ही देश की जनता का के मत को इंगित करना शुरू कर दिया. जैसे-जैसे मतों की गिनती रफ्तार पकड़ती गयी दोनों ही दलों के समर्थक नेताओं के चेहरे खिलते और बुझते नजर आने लगे. स्थिति यह दिखी कि लोकसभा में बहुमत के 272 का आंकड़ा पार करने के बाद भी इसके प्रमुख दल भाजपा के नेताओं व कार्यकर्ताओं के चेहरे का रंग फाख्ता हो गये. जबकि कल तक इवीएम पर ठीकरा फोड़ने वाले दलों के बड़े और छोटे नेताओं के चेहरे पर गुलाबी मुस्कान रेंगने लगी. इतना ही नहीं सत्ता पर काबिज होने के लिए एनडीए गठबंधन को पूर्ण बहुमत दिखाये जाने के बाद भी इंडी गठबंधन के नेताओं ने बहुमत का आंकड़ा पाने के लिए संपर्क साधने लगे. हालांकि, इसमें कौन कितना सफल हो सका यह तो आने वाला वक्त बतायेगा. परंतु इसका असर समस्तीपुर के शहर से लेकर गांव की गलियों तक पर दिखने लगा. शहर के हलचल वाले स्थानों पर सन्नाटा पसरा था. सड़कें भी सूनी-सूनी थी. गांव के चौक-चौपाल पर भी लोग चुनाव परिणाम को लेकर किसी से बात करते नजर नहीं आये. अब दोनों ही दलों के समर्थकों की नजर उपर टिकी हुई है. लोगों का कहना है कि स्थिति यह हो गयी है कि एनडीए बहुमत का आंकड़ा पार करने के बाद भी मायूस है. जबकि बहुमत के आंकड़े से दूर रह कर अपनी जीत पर इंडी गठबंधन उत्साहित है.
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