बेतरतीब ढंग से ई-रिक्शा व ऑटो रिक्शा के परिचालन पर लगेगी रोक
शहर की सड़कों पर इन दिनों ई-रिक्शा व ऑटो रिक्शा की भरमार हो गयी है. मुख्य सड़क से लेकर शहर की सभी सड़कों पर इसको लेकर ट्रैफिक की समस्या हो रही है.
समस्तीपुर : शहर की सड़कों पर इन दिनों ई-रिक्शा व ऑटो रिक्शा की भरमार हो गयी है. मुख्य सड़क से लेकर शहर की सभी सड़कों पर इसको लेकर ट्रैफिक की समस्या हो रही है. अन्य वाहनों व लोगों को सड़क पर चलने में बहुत अधिक परेशानी हो रही है. सड़क पर जहां इच्छा होती वहीं खड़ी कर पैसेंजर का इंतजार करते रहते. ई-रिक्शा व ऑटो रिक्शा के बढ़ेंगे परिचालन के कारण आये दिनों लोग सड़क दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. बेतरतीब ढंग से ई-रिक्शा व ऑटो रिक्शा के परिचालन की समीक्षा कर शहर की कैरिंग क्षमता के अनुसार ऑटो रिक्शा व ई-रिक्शा वाहनाें की संख्या, जोन, रूट का निर्धारण करने का निर्देश परिवहन से जारी किया है. इसके क्रियान्वयन को लेकर एक कमेटी गठित की जायेगी है. इसके अध्यक्ष जिलाधिकारी होंगे. वहीं सदस्य के रूप में उप विकास आयुक्त, पुलिस अधीक्षक, पुलिस उपधीक्षक ट्रैफिक, सिविल सर्जन, जिला परिवहन पदाधिकारी, उप जिला परिवहन पदाधिकारी, मोटरयान निरीक्षक, ऑटो रिक्शा व ई-रिक्शा यूनियन के आमंत्रित प्रतिनिधि सदस्य होंगे. परिचालन को विनियमित करने से शहर में ऑटो रिक्शा एवं ई-रिक्शा का व्यवस्थित ढंग से परिचालन हो सकेगा, ऑटो रिक्शा व ई-रिक्शा के कारण होने वाले जाम की समस्या का भी निदान संभव हो सकेगा. शहरों में व्यवस्थित ढंग से ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा के परिचालन से वाहन जनित प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सकेगा. ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा पर क्षमता के अनुसार यात्रियों को बैठाने से यात्रियों की यात्रा सुरक्षित होगी एवं उनके जानमाल की रक्षा होगी. रात्रि प्रहर में ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा के परिचालन के ऑटो चालकों द्वारा यातायात नियमों का अनुपालन करने से सड़क दुर्घटना में कमी आयेगी. रात्रि में ऑटो रिक्शा व ई-रिक्शा वालों को हेडलाइट, इंडिकेटर का प्रयोग व यातायात चिह्नों का पालन करना अनिवार्य होगा. ऑटो रिक्शा व ई-रिक्शा के पार्किंग स्थल एवं ठहराव के स्थल का निरीक्षण होने से यात्रियों को बेहतर परिवहन सेवा उपलब्ध हो सकेगा.
शहरी क्षेत्रों में विभिन्न रूटों के बीच कंफ्लिक्ट व ओवरलैपिंग को कम करने एवं यातायात व्यवस्था को सुगम एवं सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से ऑटो रिक्शा एवं ई-रिक्शा के सभी रूटों को जोनों में विभाजित करते हुए प्रत्येक जोन के लिये अलग-अलग कलर कोड निर्धारित किया जायेगा. शहरी क्षेत्रों में सड़कों की कैरिंग क्षमता के अनुसार ही ऑटो रिक्शा व ई-रिक्शा का निबंधन किया जायेगा. शहरी क्षेत्रों में ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा के कुल संभावित निर्धारण क्षमता का निर्धारित प्रतिशत रिजर्व ऑटो, ई-रिक्शा के लिए सुरक्षित रहेगा. शहरी क्षेत्र में निर्धारित प्रत्येक जोन में रूटों का टैंगिंग करते हुए जरूरत के अनुसार संबंधित निकायों के समन्वय से ऑटो रिक्शा व ई-रिक्शा के पार्किंग के लिए स्थान चिह्नित किये जायेंगे. ऑटो रिक्शा व ई-रिक्शा पर क्यूआर कोड अंकित किये जायेंगे. क्यूआर कोड को स्कैन करने पर ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा एवं चालक से संबंधित सभी जानकारियां ट्रैफिक, अन्य प्रवर्तन पदाधिकारियों एवं सवारियों को सुविधा पूर्वक प्राप्त हो जायेगी. ऑटो रिक्शा व ई-रिक्शा के जोन एवं रूट का निर्धारण करते समय इस बात का ध्यान रखा जायेगा कि सभी स्तर के रूटों को समाहित करते हुए आवश्यकतानुसार विभाजित किया जायेगा, ताकि यात्रियों को अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचने में सुविधा हो. ऑटो रिक्शा व ई-रिक्शा को संबंधित जोन एवं रूट के साथ पुलिस थानों को टैंगिंग किया जायेगा.ट्राफिक डीएसपी आशीष रंजन ने बताया कि सड़क पर ई-रिक्शा व अन्य वाहनों को खड़ा करने पर रोक लगाने के लिए मुख्य सड़कों पर मार्किंग की जायेगी. ताकि इससे परिचालन व्यवस्था सुचारु हो सके.
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