श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, समस्तीपुर में इस वर्ष नहीं होगा एमबीबीएस में नामांकन
राज्य सरकार का 12 वां नव स्थापित मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इस सत्र में एमबीबीएस कोर्स में दाखिला नहीं हो सकेगा.
पटना.राज्य सरकार का 12 वां नव स्थापित मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इस सत्र में एमबीबीएस कोर्स में दाखिला नहीं हो सकेगा. राज्य सरकार का 12 वां मेडिकल कॉलेज अस्पताल श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, समस्तीपुर का भवन तैयार तो हो गया पर इसको निर्माण एजेंसी ने अभी तक सरकार को सौंपा नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 21 जनवरी को समस्तीपुर में श्रीराम जानकी चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल का उद्घाटन किया था. इस अस्पताल का निर्माण 591 करोड़ रुपये की लागत से पांच सौ बेड के लिए किया गया है. राज्य सरकार यहां पर सौ एमबीबीएस विद्यार्थियों का दाखिला कराने की दिशा में तेजी से काम कर रही है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज के अस्पताल भवन का निर्माण हो चुका है जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री ने किया है. अस्पताल भवन में अभी सिर्फ ओपीडी की सेवाएं बहाल की गयी है. अभी अस्पताल में इमरजेंसी सेवा और मरीजों की भर्ती नहीं किया जा रहा है. यहां पर सरकार द्वारा स्थायी प्राचार्य की नियुक्ति भी नहीं की गयी है. एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर की प्राचार्य को श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. स्वास्थ्य विभाग अस्पताल में इमरजेंसी और मरीजों की भर्ती कर इलाज के लिए स्थायी अधीक्षक की नियुक्ति कर चुकी है. बताया जा रहा है कि बुधवार को नये अधीक्षक यहां अपना योगदान देंगे. जानकारों का कहना है कि एक साल तक पूर्णरूप से अस्पताल के संचालन के बाद ही नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के पास एमबीबीएस कोर्स में दाखिला के लिए आवेदन दिया जाता है. एनएमसी के निरीक्षण के बाद ही मेडिकल में नामांकन की अनुमति दी जाती है. वर्तमान में नीट की परीक्षा संपन्न हो चुकी है. नेशनल मेडिकल कमीशन द्वारा इस मेडिकल कॉलेज के लिए एमबीबीएस की सीट का आवंटन भी नहीं किया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है