किसानों को उन्नत तकनीक से कृषि कार्य करने के दिये टिप्स
प्रखंड के किसान भवन पर गुरुवार को प्रखंड स्तरीय खरीफ प्रशिक्षण दिया गया
बिथान.
प्रखंड के किसान भवन पर गुरुवार को प्रखंड स्तरीय खरीफ प्रशिक्षण दिया गया. उद्घाटन प्रखंड कृषि पदाधिकारी इंद्र कुमार झा व कृषि वैज्ञानिक अभिषेक कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. मौके पर कृषि वैज्ञानिक ने किसानों को उन्नत तकनीक से कृषि कार्य करने के टिप्स दिये. किसानों से कहा गया कि वे आधुनिक तरीके से धान की खेती करें. सरकार ने इनके लिए अनेकों अनुदानित योजनाएं चला रखी है. उनका लाभ लें. सरकार की ओर से इस सीजन में धान बीज पर अलग-अलग योजनाओं में 50 से अधिक प्रतिशत तक अनुदान देय है. वहीं किसान राम पदारथ यादव, प्रभु नारायण यादव, उमेश यादव, रमेश यादव आदि ने आरोप लगाया कि खरीफ महोत्सव के बारे में किन्ही के माध्यम से जानकारी नहीं दी गयी. यह दुर्भाग्य की बात है. सैकड़ों किसान इस कार्यक्रम से वंचित रह गये. मौके पर प्रमुख प्रतिनिधि जय कुमार मुखिया, उप प्रमुख चंद्रशेखर प्रसाद, राम प्रकाश राय, सुरेंद्र राम, देव कुमार पासवान, राजीव राम, शत्रुघन कुमार, अनिल कुमार, अर्जुन पंडित, अजीत कुमार, विनोद कुमार आदि मौजूद थे.कटहल में पाया जाता है औषधीय गुण : डॉ सिंह : पूसा :
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर पादप रोग व नेमेटोलॉजी विभागाध्यक्ष सह अखिल भारतीय फल अनुसंधान परियोजना प्रधान अन्वेषक डॉ एसके सिंह ने कहा कि कटहल में औषधीय गुण प्रचूर मात्रा में पाया जाता है. यह मनुष्य के लिए लाभकारी है. कहा कि कटहल को आर्टोकार्पस हेटरोफिलस के नाम से जाना जाता है. डॉ सिंह ने कहा कि यह देखा गया है कि कटहल के फल में डायबिटीक रोग को प्रतिबंधित करने की क्षमता है. इसलिए बहुत तेजी से लोग कटहल के उत्पाद का उपयोग डायबिटीक प्रबंधन में कर रहे हैं. इस लिए किसान को मानसून के मौसम में कटहल का पौधा अवश्य लगाना चाहिए. वैज्ञानिक ने कहा कि शोध केंद्र द्वारा कटहल की उन्नतशील चयनित प्रजातियां में खजबा, स्वर्ण मनोहर, स्वर्ण पूर्ति एनजे 1, एनजे 2, एनजे 15 एवं एनजे 3, मत्तमवक्का शामिल हैं. किसान कटहल की खेती कर अच्छी आय कर सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है