आज के बच्चे आने वाले कल के कर्णधार
आज के बच्चे आने वाले कल के कर्णधार हैं, जिन्हें हर तरह से संरक्षण प्रदान करने के लिए पाॅक्सो एक्ट बनाया गया है.
रोसड़ा : आज के बच्चे आने वाले कल के कर्णधार हैं, जिन्हें हर तरह से संरक्षण प्रदान करने के लिए पाॅक्सो एक्ट बनाया गया है. 1098 डायल कर बच्चों को किसी भी प्रकार के शोषण से मुक्त कराने के लिए कानूनी सहायता ली जा सकती है. बच्चों के मामलों के लिए थाने में भी विशेष व्यवस्था सरकार की ओर से किया गया है. इन सभी प्रावधानों के प्रति समाज में विशेष तौर पर बच्चों के बीच जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है. यह उद्गार बतौर मुख्य अतिथि चाइल्ड हेल्पलाइन रोसड़ा के निदेशक नीरज सिंह ने सीबीएसई दिल्ली के तत्वावधान में सुंदरी देवी सरस्वती विद्या मंदिर सैनिक स्कूल बटहा में आयोजित बाल उत्पीड़न सुरक्षा सप्ताह का उद्घाटन करते हुए व्यक्त किया. अध्यक्षीय उद्बोधन में विद्यालय के अध्यक्ष बिनोद कुमार ने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए बनाये गये प्रावधानों के सम्यक ढंग से पालन किए जाने पर जोर दिया. कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य रामचंद्र मंडल ने वर्तमान परिवेश में बच्चों को गुड टच बैड टच से अवगत कराने की आवश्यकता जतायी. ताकि उन्हें शारीरिक शोषण से बचाया जा सके. संचालन करते हुए मीडिया प्रभारी विजयव्रत कंठ ने भारत के सारे बच्चों का सदा विकास, अभिभावक संग शिक्षक मिलकर करें प्रयास शीर्षक काव्यपाठ कर समां बांधा. धन्यवाद ज्ञापन छात्रावास अधीक्षक घनश्याम मिश्र ने किया. समापन शांति मंत्र से हुआ. मौके पर सैनिक कैडेट्स के साथ आचार्य ललित कुमार झा, श्रीलाल सिंह, राम कुमार सिंह आदि उपस्थित थे.
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