On the occasion of the 137th birth anniversary of Bihar Kesari Dr. Shri Krishna Singh, the first Chief Minister of Bihar, a tribute meeting was held in Vishanpur village adjacent to the city on Monday. बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केसरी डा. श्रीकृष्ण सिंह की 137 वीं जयंती के अवसर पर सोमवार को शहर के सटे विशनपुर गांव में श्रद्धांजलि सभा की गयी, भूमिहार ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट जिला इकाई के बैनरतले बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केसरी डा. श्रीकृष्ण सिंह की 137 वीं जयंती पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
Samastipur News: समस्तीपुर : भूमिहार ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट जिला इकाई के बैनर तले बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केसरी डा. श्रीकृष्ण सिंह की 137 वीं जयंती के अवसर पर सोमवार को शहर के सटे विशनपुर गांव में श्रद्धांजलि सभा की गयी. को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने श्रीबाबू के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा की. संगठन के जिलाध्यक्ष मृत्युंजय ठाकुर ने कहा कि नव बिहार के निर्माण में बिहार केसरी प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की अप्रतिम कर्मठता, अनुकरणीय त्याग व बलिदान अमूल्य धरोहर के समान है. ये चीजें हमेशा राष्ट्रप्रेम एवं जन-सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा. आज का विकासोन्मुख बिहार डॉ. सिंह जैसे महान शिल्पी की ही देन है. उन्होंने अपनी कर्मठता से राज्य के विकास की आधारशिला रखी थी. लोजपा नेता नीरज भारद्वाज ने कहा कि श्रीबाबू स्वतंत्रता संग्राम के अग्रगण्य सेनानियों में से रहे. उनका संपूर्ण जीवन राष्ट्र एवं जन-सेवा के लिए समर्पित था. उनके उदार एवं निष्कलंक चरित्र में बुद्ध की करुणा, गांधी की नैतिकता एवं सदाचार समाहित था. वर्ष 1941 के व्यक्तिगत सत्याग्रह के लिए गांधीजी ने उन्हें बिहार का प्रथम सत्याग्रही नियुक्त किया था. श्रीबाबू के कार्यकाल में बिहार में जमींदारी प्रथा समाप्त हुई. बिहार में उद्योग धंधे भी प्रथम मुख्यमंत्री की देन है.During Shribabu”s tenure, many industries including engineering industry, Bokaro steel plant, Sindri fertilizer factory, Barauni refinery, Barauni thermal power plant were established in Bihar. श्रीबाबू के कार्यकाल में बिहार में इंजीनियरिंग उद्योग, बोकारो इस्पात प्लांट, सिंदरी खाद कारखाना, बरौनी रिफाइनरी, बरौनी थर्मल पॉवर प्लांट सहित कई उद्योगों का जाल बिछाया था
अधिवक्ता संजय कुमार बबलू ने कहा कि श्रीबाबू के कार्यकाल में बिहार में इंजीनियरिंग उद्योग, बोकारो इस्पात प्लांट, सिंदरी खाद कारखाना, बरौनी रिफाइनरी, बरौनी थर्मल पॉवर प्लांट सहित कई उद्योगों का जाल बिछाया था. वे एक ऐसे नेता थे जिनकी दृष्टि कृषि और उद्योग दोनों के संदर्भ में बिहार को पूरी तरह से विकसित राज्य के रूप में देखना था. आज भी श्रीबाबू के विचार प्रासंगिक हैं. श्री बाबू के बताये रास्ते पर चलने से ही बिहार का चौमुखी विकास संभव है. इससे पूर्व कार्यकर्ताओं ने उनके तैल्य चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया. मौके पर मंटुन शर्मा, सुनील ठाकुर, डा. मदन मोहन ठाकुर, विनोद ठाकुर, अमित कुमार, चुन्नु ठाकुर, विजय ठाकुर, भूपनेश्वर ठाकुर, मोहन सिंह, राम विलास सिंह, चंदन ठाकुर, मो. अजीम समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है