यूआर काॅलेज में दो दिवसीय राष्ट्रीय मैथिली संगोष्ठी का शुभारंभ
उदयनाचार्य रोसड़ा कॉलेज एवं साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय स्तर की द्विदिवसीय मैथिली संगोष्ठी कॉलेज के सभागार में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया गया.
रोसड़ा : उदयनाचार्य रोसड़ा कॉलेज एवं साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय स्तर की द्विदिवसीय मैथिली संगोष्ठी कॉलेज के सभागार में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया गया. उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता प्रधानाचार्य डॉ घनश्याम राय ने की. मुख्य अतिथि डॉ चंद्रभानु प्रसाद सिंह, विशिष्ट अतिथि प्रो बैद्यनाथ झा बैजू, डॉ फूलो पासवान, डॉ संजय झा ने संयुक्त रूप से उद्घाटन किया. मैथिली साहित्य पर स्वागत भाषण में राष्ट्रीय साहित्य अकादमी दिल्ली के अवर सचिव देवेंद्र कुमार देवेश ने कहा कि साहित्य अकादमी भारत में 24 भाषाओं पर कार्य कर रही है. मैथिली को उत्तर बिहार या नेपाल के मध्य में ही सीमित नहीं रखकर भारत के कोने कोने में पहुंचाना भारत एवं भारतीय साहित्य अकादमी का यह उद्देश्य है. मुख्य अतिथि डॉ चंद्रभानु प्रसाद सिंह ने कहा कि मैथिली हजारों वर्ष पूर्व उदयनाचार्य के दर्शन एवं आरसी बाबू,सुरेंद्र प्रसाद, सुरेंद्र झा सुमन एवं मार्कण्डेय प्रवासी आदि कवियों के द्वारा जागृत की गई थी.वह आज भी जीवंत है. प्राचार्य डॉ घनश्याम राय ने महाविद्यालय में अपनी कम समय के सेवा में यह साहित्य अकादमी के प्रथम प्रस्ताव को मानते हुए इस आयोजन के लिए प्रयास किया. महाविद्यालय में विभिन्न प्रकार के विकासात्मक एवं छात्र हित के आयोजन एवं कार्यों को मूर्त रूप देने के लिए वे कृत संकल्प हैं. प्रथम तकनीकी सत्र की अध्यक्षता पूर्व कुलपति प्रो डॉ शशिनाथ झा ने की. देखरेख डॉ विनय कुमार,डॉ सौरभ कुमार झा एवं डॉ रोहित कुमार ने किया. आयोजन धन्यवाद ज्ञापन सचिव प्रो प्रवीण कुमार प्रभंजन ने की. संचालन डॉ अमरेश कुमार सिंह ने किया. स्वागत गीत एवं भगवती गीत इशा, शिखा, आशा, भारती आदि छात्राओं ने डॉ उमाशंकर प्रसाद के निर्देशन में प्रस्तुत किया.
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