पूसा बॉयलर ब्लास्ट में वैशाली व दरभंगा के दो और मजदूरों की मौत
वैनी थाना क्षेत्र स्थित एल्मुमीनियम फैक्ट्री का बॉयलर ब्लास्ट मामले में मरनेवालों की संख्या दो से बढ़कर चार हो गई है.
– सीओ के बयान पर फैक्ट्री संचालक के विरुद्ध प्राथमिकी – पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के चंडीतारा का राजवल्लभ खतरे से बाहर पूसा (समस्तीपुर). वैनी थाना क्षेत्र स्थित एल्मुमीनियम फैक्ट्री का बॉयलर ब्लास्ट मामले में मरनेवालों की संख्या दो से बढ़कर चार हो गई है. घटना के बाद इलाज में भेजे गये गंभीर रूप से चार घायलों में से दो ने बुधवार को देर रात डीएमसीएच में दम तोड़ दिया. दो अन्य कर्मियों में से एक की हालात अब भी नाजुक बनी हुई है. एक कर्मी खतरे से बाहर बताया गया है. बुधवार देर रात डीएमसीएच में इलाज के दौरान दम तोड़ने वाले फैक्ट्री से जुड़े कर्मियों में वैशाली जिले के किशनपुर गांव निवासी इंद्रदेव राय के पुत्र जतिन ललित कुमार (40) एवं दरभंगा जिले के सदर थाना क्षेत्र स्थित कबीरचक मथुरापुर गांव निवासी जगदीश साह के पुत्र ज्योति साह (40) शामिल हैं. इसके अलावा दो अन्य कर्मियों में से एक बंगाल के हुगली जिले के चंडीतारा थाने के उकोरदा गांव निवासी बिंदा भगत के पुत्र राजवल्लभ भगत खतरे से बाहर बताया गया है. वहीं पूसा के दिगंबरा गांव निवासी दीप नारायण सिंह के पुत्र पवन कुमार सिंह फिलहाल सदर अस्पताल समस्तीपुर में इलाजरत हैं. बता दें कि बुधवार को डेढ़ बजे वैनी थाना क्षेत्र स्थित अल्युमीनियम फैक्ट्री के बॉयलर में जबरदस्त धमाका हो गया था. इसमें दो कर्मियों की मौके पर ही मौत हो गई थी. चार कर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गये थे. उनको सदर अस्पताल समस्तीपुर भेजा गया था. वहां से दो की स्थिति गंभीर देख चिकित्सकों ने डीएमसीएच रेफर कर दिया. बुधवार देर रात डीएमसीएच में इलाज के दौरान दोनों कर्मियों ने दम तोड़ दिया. फिलहाल एक कर्मी खतरे से बाहर है. वैनी थानाध्यक्ष आनंद शंकर गौरव ने बताया कि मृतकर्मियों की पहचान की पुष्टि हो गयी है. एफएसएल की टीम घटनास्थल की जांच करेगी. इस कारण से प्लांट में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. अंचलाधिकारी के आवेदन के आलोक में फैक्ट्री के मालिक और मैनेजर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
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