Samastipur News: Vanshika won gold समस्तीपुर : हिम्मत और विश्वास से अपनी तकदीर बदलने के लिए समस्तीपुर की बेटी वंशिका लाल उतारू दिख रही हैं. महज 12 वर्ष की उम्र में कराटे के 33 केजी भार वर्ग में जिला स्तरीय विद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतकर अपने की उड़ान में एक कदम बढ़ा दिया है. वंशिका अभी से कराटे के खेल में ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना लेकिन मैदान में अपना फंख फैलाना शुरु कर दिया हैं. शहर के पटेल मैदान स्थित इंडोर हॉल में दर्शकों की तालिया की गड़गड़ाहट के बीच जिला स्तरीय जुडो कराटे के फाइनल में वंशिका ने अपने से ज्यादा वजनी प्रतिद्वंद्वी को अपने समक्ष घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया. जब वह अपने से लगभग ज्यादा वजनी कराटे प्रतिद्वंदी को मुक्का मार रही थी, तब उसके पसीने तब छूट रहे थे. करें मुकाबला के इस खेल के अंत तक वह खून जमा देने वाली दहाड़ और फिर एक सौम्य प्रणाम के साथ फाइनल मुकाबला अपने नाम कर लिया. पत्रकार पिता उषित चन्द लाल और मां शिपरा शिवानी की 12 वर्षीय पुत्री वंशिका अपने वजन से ज़्यादा मुक्का मारने की आदी है. बिरला ओपन माइंड में कराटे सीख रही जापानी मार्शल आर्ट की पहचान को बढ़ाने के लिए बहुत कुछ कर रही हैं, जो आने वाले वर्षों में ओलंपिक में अपनी शुरुआत करने के लिए बेताब है. जिला स्तर पर मेडल जीतने के बाद अंशिका ने बताया कि हर लड़की को जूडो कराटे मार्शल आर्ट जैसे आत्मरक्षा की सीख रखनी चाहिए. प्रत्येक विद्यालय में इसकी अलग से व्यवस्था कर एक क्लास चलनी चाहिए, जिससे बेटियां अपनी रक्षा स्वयं कर सके.
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