विद्यापतिनगर : सावन माह के पहले सोमवार पर विद्यापतिधाम में लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा. पार्श्व अवस्थित गंगा के तट से उगना महादेव शिवालय के रास्ते हरहर महादेव बोलबम से गुंजायमान रहे. हजारों श्रद्धालुओं ने देवाधिदेव के प्रिय गंगा जल के साथ बेलपत्र से भोलेनाथ का अभिषेक किया. विद्यापतिधाम में जलाभिषेक को लेकर इससे संबद्ध रेलमार्ग व सड़कें श्रद्धालुओं से भरा रहा. श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर सड़कों पर बैरिकेडिंग कर वाहनों के आवाजाही पर रोक लगा दिया गया था. इससे सुगमता पूर्वक श्रद्धालु उगना मंदिर पहुंच जलाभिषेक कर साधना पूरी की. भक्तों के लिए मंदिर परिसर में तांबे, पीतल, मिट्टी के जलपात्र, गंगाजल, बेलपत्र, पुप्ष,कपूर आदि सहजता से उपलब्ध कराने के लिए पूजा स्टॉल थे. सोमवारी व्रत को लेकर क्षेत्र के गंगा नदी घाट श्रद्धालुओं से शोभायमान रहा. शिवभक्तों की भीड़ गंगा नदी के चमथा, झमतिया, अयोध्याघाट, पतसिया आदि घाटों पर स्नान पूजा के साथ गंगा जल का उठाव कर इनके पौराणिक धार्मिक मर्यादा को बढ़ाया. मनोकामना पूर्ण होने पर मीना देवी की खुशी का ठिकाना परवान चढ़ गया. बेगूसराय बछवाड़ा अंतर्गत चमथा चक्की गोपालपुर निवासी बैद्यनाथ राउत की धर्मपरायण पत्नी मीना देवी ने पिछले वर्ष सावन माह में विद्यापतिधाम उगना मंदिर में जलाभिषेक किया था. तब वर्षों से चाहत लिए भोलेनाथ के दरबार में पहुंची मीना ने पौत्र प्राप्ति की कामना की थी. कहते हैं जहां किसी की फरियाद अनसुनी नहीं होती. वहां मीना की मनोकामना कैसे अधूरी रह जाती. झोली भरने वाले ने मीना की पुत्रवधू की गोद भर दी. फिर घर रिश्तेदार में खुशियां छा गयी. अगले ही वर्ष पौत्र जन्म लेने, मनोकामना पूर्ण होने पर सावन की पहली सोमवारी को रोम रोम में खुशियां समेटे मीना देवी पांच कोस कष्टसाध्य दंड प्रणाम यात्रा कर विद्यापति महादेव की पूजा अर्चना कर ईश्वरीय कृपा को जगजाहिर किया.
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