समस्तीपुर : अपनी मांगों को लेकर जिले में पदस्थापित एनएचएम कर्मियों का कार्य बहिष्कार लगातार जारी है. मंगलवार को भी आंदोलित एनएचएम कर्मियों ने पीएचसी पर धरना दिया. अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला मंत्री राजीव रंजन ने बताया कि एक अगस्त को एनएचएम कर्मियों के द्वारा सिविल सर्जन का घेराव किया गया जायेगा. उन्हें मांग पत्र साैंपा जायेगा. उन्होंने कहा कि मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा. विदित हो कि एनएचएम कर्मी एफआरएएस सिस्टम से ऑनलाइन हाजिरी बनाने का विरोध कर रहे हैं. बिहार जन चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले कार्य बहिष्कार कर रहे कर्मियों का कहना है कि स्मार्टफोन के माध्यम से एफआरएएस विधि हाजिरी दर्ज करने का भेदभावपूर्ण आदेश का विरोध जारी रहेगा. कर्मियों का कहना है कि समान काम के बदले समान वेतन के अवधारणा के विपरीत एचएचएम कर्मियों जिसमें एएनएम, ए ग्रेड नर्स, सामुदायिक स्वास्थ्य समिति के सभी कर्मी, प्रखंड एम एंड ई, आरबीएसके कर्मी, फार्मासिस्ट, लैब टेक्निशियन, एक्स-रे टेक्नेशियन, आरएनटीसीपी कर्मी शामिल हैं, के साथ व्यवहार किया जा रहा है. कर्मियों का कहना है कि अल्प वेतन के बावजूद अप्रैल 2024 से ही वेतन भुगतान लंबित है. अधिकांश स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर अपना स्थायी भवन नहीं है, आवासीय सुविधा नहीं है, शौचालय एवं स्वच्छ पेयजल, बिजली जैसी मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं है. अस्थायी केन्द्रों पर टीकाकरण का कार्य होता है. पूरी तरह विपरीत परिस्थिति में कार्य करने वाले एनएचएम कर्मियों पर एफआरएएस विधि से हाजिरी दर्ज कराने का निर्णय अविवेकपूर्ण है.
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