हड़ताली एनएचएम कर्मियों ने किया प्रतिरक्षण कार्य बाधित
अपनी मांगों को लेकर जिले में पदस्थापित एनएचएम कर्मियों का कार्य बहिष्कार लगातार जारी है. बुधवार को आंदोलित एनएचएम कर्मियों ने टीकाकरण भंडार कक्ष सह शीत श्रृंखला केन्द्र पर अहले सुबह पहुंचकर वैक्सीन नहीं उठने दिया.
समस्तीपुर : अपनी मांगों को लेकर जिले में पदस्थापित एनएचएम कर्मियों का कार्य बहिष्कार लगातार जारी है. बुधवार को आंदोलित एनएचएम कर्मियों ने टीकाकरण भंडार कक्ष सह शीत श्रृंखला केन्द्र पर अहले सुबह पहुंचकर वैक्सीन नहीं उठने दिया. इससे जिले में बुधवार को चलने वाला प्रतिरक्षण कार्य प्रभावित रहा. अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला मंत्री राजीव रंजन ने बताया कि जिले में प्रतिरक्षण कार्य पूरी तरह ठप रहा. उन्होंने बताया कि उनके द्वारा सरायरंजन सहित कई प्रखंडाें में जाकर आंदोलन का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा. विदित हो कि एनएचएम कर्मी एफआरएएस सिस्टम से ऑनलाइन हाजिरी बनाने का विरोध कर रहे हैं.बिहार जन चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले कार्य बहिष्कार कर रहे कर्मियों का कहना है कि स्मार्टफोन के माध्यम से एफआरएएस विधि हाजिरी दर्ज करने का भेदभावपूर्ण आदेश का विरोध जारी रहेगा. कर्मियों का कहना है कि सामान काम के बदले समान वेतन के अवधारणा के विपरीत एचएचएम कर्मियों जिसमें एएनएम, ए ग्रेड नर्स, सामुदायिक स्वास्थ्य समिति के सभी कर्मी, प्रखंड एम एंड ई, आरबीएसके कर्मी, फार्मासिस्ट, लैब टेक्निशियन, एक्स-रे टेक्नेशियन, आरएनटीसीपी कर्मी शामिल हैं. कर्मियों का कहना है कि अल्प वेतन के बावजूद अप्रैल 2024 से ही वेतन भुगतान लंबित है. अधिकांश स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर अपना स्थायी भवन नहीं है, आवासीय सुविधा नहीं है, शौचालय एवं स्वच्छ पेयजल, बिजली जैसी मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं है.अस्थायी केन्द्रों पर टीकाकरण का कार्य होता है. पूरी तरह विपरीत परिस्थिति में कार्य करने वाले एनएचएम कर्मियों पर एफआरएएस विधि से हाजिरी दर्ज कराने का निर्णय अविवेकपूर्ण है. कार्य बहिष्कार करने वाले कर्मियों की मांगों में सामान कार्य के बदले सामान वेतन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा पर कार्यरत सभी कर्मियों को बिना शर्त राज्य कर्मी का दर्जा देने, एएचएम के सभी कर्मियों पर अशोक चौधरी की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति की अनुशंसा को लागू करना, एफआरएएस सिस्टम से हाजिरी बनाने के आदेश को वापस लेना, अप्रैल के बकाये मानदेय का भुगतान अविलंब करने, हर माह के अंतिम तिथि को मानदेय का भुगतान करना,न्यूनतम मजदूरी का भुगतान सभी संविदा कर्मियों को करना, कार्य स्थल पर महिला कर्मियों के सुरक्षा की गांरटी सुनिश्चित करने, स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर स्थायी भवन, आवासीय सुविधा, शौचालय, स्वच्छ पेयजल, बिजली, वाईफाई इंटरनेट सुविधा देना आदि इनकी मांगों में शामिल है. मोहिउद्दीननगर : अपनी मांगों को लेकर हड़ताली स्वास्थ्य कर्मियों ने बुधवार को आरआई कार्यक्रम को बाधित कर दिया. इससे 19 आंगनबाड़ी व एचएससी केन्द्रों पर टीकाकरण कार्यक्रम नहीं हो सका.इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. हड़ताल से अस्पताल में पूर्णतः ओपीडी से प्रभावित हुआ. सिर्फ अस्पताल में आपातकालीन सेवा सुचारू रुप से संचालित की गई. इस मौके पर सुनील कुमार, रेखा कुमारी चौरसिया, शोभा कुमारी, महालक्ष्मी कुमारी, माधुरी कुमारी, हीरा कुमारी, मीरा कुमारी, पुष्पा कुमारी, मुस्तफा खान, मान सिंह, श्याम मोहन, अनिल सिंह मौजूद थे.
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