Worship of Brahmacharini: समस्तीपुर : शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन शुक्रवार को जिले भर के देवी मंदिरों में दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही. मंदिर और पूजा पंडालों में मेले जैसा नजारा था. पूजा स्थलों से गूंज रहे वैदिक मंत्रों की ध्वनि श्रद्धालुओं को अह्लादित कर रही थी. मंदिरों में भजन कीर्तन का भी आयोजन किया गया. शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन विधि-विधान से मां भगवती के दूसरे स्वरूप ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना की गई. श्रद्धालुओं ने माता को फूल- माला, प्रसाद चढ़ाकर अपनी श्रद्धा निवेदित किया. महिलाएं आरती का थाल सजाकर देवी मंदिरों में पहुंची. दीप जलाए और संध्या पूजन किया. घर व मंदिरों में दुर्गा सप्तशती व दुर्गा चालीसा का पाठ किया जा रहा है. पंडित रमाकांत ओझा ने बताया कि ब्रह्मचारिणी मां दुर्गा का दूसरा स्वरूप है. इनकी उपासना से मनुष्य में तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार और संयम की वृद्धि होती है. उन्होंने बताया कि जो भी व्यक्ति जीवन के कठिन संघर्षों में भी उसका मन कर्तव्य पथ से विचलित नहीं होता, मां ब्रह्मचारिणी देवी की कृपा उसे सर्वत्र सिद्धि और विजय की प्राप्ति होती है.
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