समस्तीपुर : समस्तीपुर स्थित इनोवेटिव विजन स्कूल में अंतराष्ट्रीय योग मनाया गया. इस अवसर पर प्रार्थना सभा में अध्यक्ष गोपाल चौधरी, निदेशक नागेन्द्र चाैधरी, प्रधानाचार्य प्रवीण अरोड़ा, योग शिक्षक व विद्यालय के सभी शिक्षकों ने हिस्सा लिया. सबसे योग शिक्षक के मार्गदर्शन में छात्रा ने विभिन्न तरह के योग किये. कक्षा से प्रथम से अष्टम तक के छात्रों को योग की विधियों को बताया गया. उन्हें नियमित योग करने की सलाह दी गयी.प्रधानाचार्य ने योग के महत्व को बताते हुये कहा कि वैसे तो योग हमारा अति प्राचीन हिस्सा रहा है, परंतु यह यदा-कदा दिखाई देता था, या लोगों को इसके महत्व की जानकारी नहीं थी. परंतु विश्व स्तर पर योग की प्राथमिकता को स्थापित करने में हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अहम भूमिका निभायी है. उन्होंने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा. जिसे महज तीन महीने में विश्व के तमाम देशों ने स्वीकार कर लिया. उसके बाद से 21 जून 2015 को सर्वप्रथम अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. आज जीवन की भाग दौड़ में हम अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाते हैं, वास्तव में स्वस्थ्य शरीर ही सभी तरह के निधियों के प्राप्ति की कुंजी है. योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है. यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है. मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है. विचार, संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है. यह केवल व्यायाम के बारे में नहीं है. अपने भीतर की एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज के विषय में है.हमारी जीवन शैली में यह चेतना बनकर, हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है. निर्देशक नागेन्द्र चौधरी ने अभिभावकों एवं छात्रों को संबोधित करते हुये कहा योग को अपने जीवन में अपनाकर जीवन को सार्थक बनायें.
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