Loading election data...

अब Z सिक्योरिटी में घूमेंगे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा समेत इन BJP नेताओं की बढ़ी सुरक्षा

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी z तो विजय सिन्हा को y श्रेणी की सुरक्षा मुहैया करवायी गयी है. बिहार विधान परिषद में नेता विरोधी दल के पद से हटने के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी की सुरक्षा हटा ली गई थी.

By Ashish Jha | August 29, 2023 4:37 PM

पटना. बिहार में भाजपा नेताओं पर खतरा बढ़ गया है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. इसके आलावा बिहार विधानसभा के नेता विरोधी दल विजय सिन्हा की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी z तो विजय सिन्हा को y श्रेणी की सुरक्षा मुहैया करवायी गयी है. बिहार विधान परिषद में नेता विरोधी दल के पद से हटने के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी की सुरक्षा हटा ली गई थी.

पहले भी मिली थी सम्राट चौधरी को सुरक्षा

सम्राट चौधरी को इससे पहले राज्य सरकार के तरफ से सुरक्षा दी गई थी. लेकिन, अब इन्हें केंद्र सरकार के तरफ से सुरक्षा मुहैया करवायी गई है. सम्राट चौधरी को सीआरपीएफ की Z श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. बिहार विधानसभा के नेता विरोधी दल विजय कुमार सिन्हा को अब राज्य सरकार के साथ ही साथ केंद्र सरकार के तरफ से भी सीआरपीएफ की Y श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. विजय सिन्हा अब सीआरपीएफ जवानों की सुरक्षा से घिरे होंगे. इसके आलावा भाजपा विधायक राजू सिंह और विधान पार्षद दिलीप जायसवाल को मिली सीआरपीएफ की X श्रेणी की सुरक्षा दी गई है.

क्या होती है X, Y, Z श्रेणी की सुरक्षा

एक्स श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था के तहत दो कमांडों जवानों की तैनाती वीआईपी के साथ की जाती है. इस व्यवस्था के बारे में कहा जा सकता है कि ये एक तरह से पहले स्तर की सुरक्षा व्यवस्था है, लेकिन अगर अलर्ट गंभीर हो तो इस श्रेणी को छोड़कर वाई श्रेणी या अन्य दूसरे श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था प्रदान की जाती है. वहीं, वाई श्रेणी के तहत वीआईपी नेता या अन्य शख्स की सुरक्षा में कुल 11 जवान तैनात किए जाते हैं. इसमें आमतौर पर दो कमांडो और दो पीएसओ (PSO) भी शामिल होते हैं.

सुरक्षा में 11 कमांडों की तैनाती

इसके आलावा वाई प्लस की व्यवस्था के तहत वीआईपी या संबंधित शख्स की सुरक्षा में 11 कमांडों की तैनाती की जाती है. ये विशेष हथियारों के साथ लैस होते हैं. हालांकि उन 11 कमांडों में से करीब पांच जवान स्टेटिक पुलिसकर्मी सुरक्षा के लिए वीआईपी के आवास सहित आसपास रहते हैं, जो तीन शिफ्ट में कार्य करते हैं, जबकि जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था के अंतर्गत 36 जवानों की तैनाती होती है. ये सुरक्षा व्यवस्था सबसे बड़े स्तर का माना जाता है, क्योंकि आज के दौर में बहुत कम ही ऐसे वीआईपी हैं, जिन्हे जेड प्लस की सुरक्षा व्यवस्था प्रदान की गई है.

जेड प्लस श्रेणी के अंतर्गत आते हैं ये लोग

जेड प्लस श्रेणी के अंतर्गत केंद्रीय मंत्री, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जस्टिस, हाईकोर्ट के जज, राज्यों के राज्यपाल या उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों सहित अन्य वीआईपी की सुरक्षा व्यवस्था का आंकलन करने के बाद ही उन्हें जेड प्लस की सुरक्षा व्यवस्था प्रदान की जाती है. ऐसे में सम्राट को Z श्रेणी की सुरक्षा मिलना बहुत बड़ी बात कही जा रही है.

बिहार ने इन NDA को हाल में ही मिली हुई है CRPF की सुरक्षा

बीजेपी के अलावा एनडीए में शामिल या शामिल होने को तैयार चार दलों के नेताओं को भी जेड और वाई प्लस सिक्योरिटी कवर मिला है. केंद्र सरकार से सुरक्षा पाने वाले बीजेपी और एनडीए नेताओं की लिस्ट में सबसे नया नाम है पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे और हम के अध्यक्ष संतोष सुमन का जिन्हें वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है. एनडीए के नेता में से चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी को सीआरपीएफ की सुरक्षा दी गई है.

चिराग व मुकेश को मिली थी सुरक्षा

लोजपा-रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान को नए साल के तोहफा के तौर पर जनवरी में जेड कैटेगरी की सुरक्षा मिली. फरवरी में सन ऑफ मल्लाह के नाम से मशहूर हो चुके वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी को वाई प्लस सुरक्षा दी गई. मार्च में राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को वाई कैटेगरी की सुरक्षा मिली, जिसे मई में अपग्रेड करके जेड कैटेगरी का कर दिया गया है. इसके बाद अब इन लोगों को यह सुरक्षा दी गई है.

Next Article

Exit mobile version